प्रतियोगी परीक्षार्थी बने एसडीएम के मेहमान, मोटिवेशन के साथ मिले टिप्स Garhwa

गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट 


कॉफी विद एसडीएम" में युवा-सपनों को मिली दिशा
प्रतियोगी परीक्षार्थी बने एसडीएम के मेहमान, मोटिवेशन के साथ मिले टिप्स
नववर्ष के उपहार में छात्रों को मिली प्रतियोगी पुस्तकों की सौगात

गढ़वा। सदर एसडीएम संजय कुमार के नियमित साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम ‘कॉफी विद एसडीएम’ के अंतर्गत आज प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के साथ संवाद आयोजित किया गया। इस अवसर पर 50 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल युवाओं को प्रेरित करना ही नहीं, बल्कि उन्हें सही दिशा, रणनीतिक मार्गदर्शन और आवश्यक अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराना रहा।
कार्यक्रम में मुख्य आमंत्रित पदाधिकारी के रूप में डीटीओ श्री धीरज प्रकाश मौजूद रहे।

मोटिवेशन के साथ परीक्षा की रणनीति पर चर्चा

कार्यक्रम के दौरान युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित तैयारी के टिप्स, समय प्रबंधन, पाठ्यक्रम की समझ तथा रणनीतिक अध्ययन पद्धति की जानकारी दी गई। एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं केवल ज्ञान की नहीं, बल्कि धैर्य, निरंतरता और सही रणनीति की परीक्षा होती हैं। उन्होंने युवाओं से लक्ष्य के प्रति अनुशासित रहने और असफलताओं से सीख लेने का आह्वान किया।

प्रतियोगी पुस्तकों की सौगात
कार्यक्रम की एक विशेष उपलब्धि यह रही कि युवाओं को उपहार स्वरूप लगभग सभी प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित मानक पुस्तिकाएं प्रदान की गईं। इस अवसर पर जिला परिवहन पदाधिकारी धीरज प्रकाश एवं एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि पुस्तकों का उपहार सर्वश्रेष्ठ उपहार होता है, क्योंकि यह केवल वर्तमान नहीं, बल्कि भविष्य को भी संवारता है।
डीटीओ ने साझा किए संघर्ष और सफलता के अनुभव

कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में श्री धीरज प्रकाश, जिला परिवहन पदाधिकारी सह जिला कल्याण पदाधिकारी, उपस्थित रहे। उन्होंने अपने स्वयं के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के अनुभवों को छात्र-छात्राओं के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों में भी यदि सही रणनीति और निरंतर अभ्यास हो, तो सफलता अवश्य मिलती है।

नियमित उत्तर-लेखन से मिलेगी सफलता: धीरज प्रकाश
डीटीओ श्री प्रकाश ने युवाओं को प्रतियोगी माहौल में पढ़ाई करने, नियमित उत्तर लेखन, मॉक टेस्ट देने, आत्ममूल्यांकन करने तथा मानसिक संतुलन बनाए रखने से संबंधित उपयोगी सुझाव दिए।
उन्होंने करियर काउंसलिंग करते हुए युवाओं को समय प्रबंधन, अच्छी पुस्तकों के चयन, तनाव प्रबंधन तथा ऊँचे लक्ष्य निर्धारण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा कि सफलता के लिए सही रणनीति के साथ निरंतर परिश्रम और मानसिक संतुलन अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर श्री प्रकाश ने अपने स्तर से लगभग सभी प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकें युवाओं को भेंट स्वरूप प्रदान कीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बल पर ही एक व्यक्ति न केवल स्वयं को सशक्त बनाता है, बल्कि अपने परिवार और समाज का नाम भी ऊँचा करता है।

युवा ही राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी
एसडीएम संजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि युवा देश की सबसे बड़ी शक्ति और पूंजी हैं। यदि उन्हें समय पर मार्गदर्शन और अवसर मिले, तो वे न केवल अपने परिवार बल्कि समाज और राष्ट्र का भविष्य भी बदल सकते हैं। उन्होंने युवाओं से नशाखोरी एवं नकारात्मक संगत से दूर रहने तथा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का आग्रह किया।

उत्साहपूर्ण और संवादात्मक माहौल
पूरे कार्यक्रम के दौरान माहौल अत्यंत उत्साहपूर्ण, संवादात्मक और प्रेरणादायी रहा। युवाओं ने भी अपने सवाल रखे और इस प्रकार के मार्गदर्शनात्मक मंच की सराहना की। कार्यक्रम ने प्रशासन और युवाओं के बीच विश्वास और संवाद को और मजबूत किया।

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