गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
महापुरुषों एवं शहीदों का अपमान करना भाजपा की फ़ितरत - झामुमो
गढ़वा के मझिआंव मोड़ पर शहीद अब्दुल हमीद की प्रतिमा का विरोध इसका ताज़ा उदाहरणः-
गढ़वा. झामुमो ज़िलाध्यक्ष शंभु राम ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि महापुरुषों और शहीदों का अपमान करना भाजपा की आदत और फ़ितरत में शामिल है। देश के वीर सपूत और परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद की प्रतिमा का गढ़वा जिले के मझिआंव मोड़ पर पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के द्वारा स्थापित किया जा रहा है। इसका विरोध भाजपा की संकीर्ण मानसिकता का ताजा उदाहरण है।
शंभु राम ने कहा कि शहीद अब्दुल हमीद ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में असाधारण पराक्रम दिखाकर पाकिस्तान के पैटन टैंकों को ध्वस्त कर दिया था और अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की थी। ऐसे महान शहीद की प्रतिमा का विरोध केवल राजनीतिक स्वार्थ और नफरत की राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भाजपा बार-बार महापुरुषों और शहीदों का अपमान कर समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश करती रही है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू जैसे महापुरुषों पर भी सोशल मीडिया के सहारे भाजपा नेता टीका टिप्पणी करने का काम करते हैं। ऐसे घृणित लोग किसी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं बल्कि देशद्रोही है। जिला प्रशासन को ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करनी चाहिए।
ज़िलाध्यक्ष ने कहा कि शहीदों और महापुरुषों की प्रतिमाएँ केवल मूर्तियाँ नहीं होतीं, बल्कि समाज को प्रेरणा देने वाली धरोहर होती हैं। “भाजपा जिन आदर्शों पर चलने का दावा करती है, वास्तव में उसके नेताओं के बयानों और कदमों से साफ दिखता है कि उन्हें राष्ट्रनायकों के सम्मान से कोई लेना-देना नहीं है।
महापुरूषों के सम्मान में, वर्तमान पीढ़ी के बीच उनके महिमा को स्थापित करने के नियत से पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने अपने कार्यकाल के दौरान कई महापुरुषों की प्रतिमा को स्थापित करने का काम किया। जिले में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं आदिवासियों के जनक भगवान बिरसा मुंडा तक की प्रतिमा स्थापित नहीं थी, जिसे पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने लगवाने का काम किया। शहर के चिनियाँ मोड़ पर राजमाता अहिल्या देवी, जननायक कर्पूरी ठाकुर, वीर बाबा चौहरमल, संत नरहरी सहित टाउन हॉल परिसर में शहीद नीलाम्बर-पिताम्बर की प्रतिमा को स्थापित कराया।
शंभु राम ने कहा कि गढ़वा की जनता शहीद अब्दुल हमीद की शौर्य गाथा से परिचित है और उनके योगदान को श्रद्धा से याद करती है। ऐसे वीर सपूत के प्रति अपमानजनक रवैया न सिर्फ शहीद का अपमान है, बल्कि गढ़वा और पूरे देश की जनता का भी अपमान है।
उन्होंने भाजपा नेताओं से सवाल किया कि क्या शहीदों का सम्मान केवल भाषणों तक ही सीमित रहेगा? यदि शहीदों के सम्मान में वास्तविक भाव है तो उनकी प्रतिमाओं और स्मारकों का विरोध क्यों किया जाता है। श्री राम ने कहा कि झामुमो पार्टी शहीदों के सम्मान के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी और इस तरह की मानसिकता को किसी भी हाल में सफल नहीं होने देगी।
झामुमो नेता ने कहा कि भाजपा बार-बार इतिहास के साथ खिलवाड़ करती है और महापुरुषों की विरासत को तोड़ने-मरोड़ने का काम करती है। कभी स्वतंत्रता सेनानियों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जाता है, तो कभी शहीदों की प्रतिमाओं पर विवाद खड़ा कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश होती है। यह सिलसिला बंद होनी चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि गढ़वा और झारखंड की जनता ऐसे तत्वों को जवाब देना जानती है। शहीद अब्दुल हमीद जैसे महापुरुषों के बलिदान से प्रेरणा लेकर झामुमो हमेशा देशभक्ति, भाईचारे और एकता के मार्ग पर डटी रहेगी।
अटल चौक के नाम से विवाद खड़ा करने वाले भाजपा नेताओं से ज़िलाध्यक्ष शंभु राम ने सवाल किया है कि इतने वर्षों में किसी भाजपा नेता ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा को क्यों नहीं स्थापित किया? और अगर वह उनकी प्रतिमा को स्थापित करने के लिए लालायित है तो झामुमो के लोग जिला प्रशासन से मांग कर उन्हें जगह उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। वह चाहे तो वही मझिआंव मोड़ पर ही अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा को स्थापित कर सकते हैं। परंतु मझिआंव मोड़ उर्फ झंडा चौक पर लहराता हुआ गगनचुम्बी तिरंगा के सामने देश के लिए जान न्योछावर करने वाले शहीद की प्रतिमा स्थापित होने पर अनावश्यक विवाद खड़ा न करें। उन्होंने यह भी कहा की भाजपा के चंद छूट भैया एवं स्वंयभू नेता जिला प्रशासन को गुमराह करते हैं। जिला प्रशासन से आग्रह होगा कि अविलंब ऐसे लोगों का चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किया जाय।
इस अवसर पर गढ़वा जिलावासियों सहित झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष शम्भु राम, मदनी खान, नितेश सिंह, तनवीर खान, रौशन पाठक, संजय सिंह छोटू एवं हजारों कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।