गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
कॉफ़ी विद एसडीएम" में जिले के वरीय चिकित्सकों के साथ हुआ संवाद
यूट्यूबर्स द्वारा चिकित्सालयों में अनाधिकृत हस्तक्षेप पर कार्रवाई की मांग
सभी विशेषज्ञ प्राइवेट डॉक्टर्स से सप्ताह में एक घंटा निशुल्क सेवा की अपील
चिकित्सक अपनी योग्यता के अनुरूप ही अपने सूचना पट पर अपनी विशेषज्ञता प्रदर्शित करें : आईएमए
ड्यूटी रोस्टर के दौरान सरकारी चिकित्सक निजी प्रेक्टिस न करें : एसडीएम
चिकित्सकों ने आईएमए भवन के लिए भूमि या भवन उपलब्ध कराने की रखी मांग
गढ़वा। सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार के नियमित साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम कॉफ़ी विद एसडीएम में बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य चिकित्सकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में चिकित्सकों ने न केवल अपनी समस्याएँ रखीं, बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु कई सार्थक सुझाव भी दिए।
यूट्युबर्स का बढ़ा है अनाधिकृत हस्तक्षेप
सम्वाद के दौरान चिकित्सकों ने विधि-व्यवस्था से जुड़ी समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हाल के समय में कई अराजक तत्व यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म का दुरुपयोग कर चिकित्सकों एवं अस्पतालों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं। इस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने आश्वस्त किया कि ऐसी गतिविधियों पर विधिसम्मत प्रतिबंध लगाने हेतु उचित कार्रवाई की जाएगी। कुछ निजी डॉक्टर्स ने सरकारी विभागों द्वारा परेशान करने की बात भी रखी। इस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने सभी बिंदुओं को गंभीरता से सुनते हुए आश्वासन दिया कि संबंधित विभागों को उचित दिशा-निर्देश भेजे जाएंगे तथा आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
अपने फ्लेक्स/बोर्ड पर अपनी सही योग्यता ही प्रदर्शित करें
आइएमए के सदस्यों ने जिले के चिकित्सकों से अनुरोध किया कि वे अपने बोर्ड पर केवल वही विशेषज्ञता (specialisation) अंकित करें, जिसमें उन्होंने औपचारिक डिग्री प्राप्त की हो। अन्यथा आम नागरिकों में असमंजस की स्थिति तो पैदा होती ही है गलत सूचनाओं भी प्रेषित होती हैं। साथ ही यह भी कहा गया कि कोई भी चिकित्सक दो से अधिक स्थानों पर नियमित सेवा न दें, क्योंकि इससे सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
बिना डिग्री प्रेक्टिस करने वालों पर हो करवाई
बैठक में उपस्थित चिकित्सकों ने यह भी मांग रखी कि ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए, जो बिना वैध डिग्री के चिकित्सीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे फर्जी चिकित्सकों के कारण संपूर्ण चिकित्सा सेवा की छवि धूमिल हो रही है।
निजी डॉक्टर सप्ताह में एक घंटे निशुल्क सेवा प्रदान करें
अनुमंडल पदाधिकारी ने आईएमए के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे समाज के हित में सप्ताह या माह में कम से कम एक दिन एक घंटा निःशुल्क परामर्श हेतु समर्पित करें। यह परामर्श टेलीफोन के माध्यम से अथवा निःशुल्क ओपीडी चलाकर दिया जा सकता है। इस पर आईएमए के सभी वरिष्ठ चिकित्सकों ने सहर्ष सहमति व्यक्त की। उन्होंने आश्वस्त किया कि आईएमए से जुड़े जिले के सभी वरीय अनुभवी विशेषज्ञ चिकित्सक अपनी-अपनी विशेषज्ञता के अनुसार नियमित अंतराल पर निःशुल्क ओपीडी एवं निःशुल्क टेलीफोनिक परामर्श उपलब्ध कराएँगे।
सरकारी चिकित्सक रोस्टर ड्यूटी के समय निजी प्रैक्टिस से बचें
अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने सरकारी चिकित्सकों से अनुरोध किया कि वे अपनी ड्यूटी रोस्टर के दौरान निजी प्रैक्टिस करने से यथासंभव बचें, क्योंकि ऐसा करना वैधानिक के साथ-साथ नैतिक रूप से भी सही नहीं है।
आइएमए भवन या भूमि उपलब्धता की मांग
बैठक में आईएमए भवन हेतु भूमि-आवंटन का विषय भी प्रमुखता से रखा गया। चिकित्सकों ने कहा कि प्रायः सभी जिलों में आईएमए के लिए भवन अथवा भूमि उपलब्ध कराई जाती है, किंतु गढ़वा में अब तक ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। यदि भूमि उपलब्ध करा दी जाए तो सभी चिकित्सक सहयोग राशि एकत्र कर स्वयं भवन का निर्माण कर लेंगे। उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि जब तक स्थायी भूमि उपलब्ध नहीं होती, तब तक के लिए एक अस्थायी भवन उपलब्ध कराया जाए, जहाँ से न केवल निःशुल्क चिकित्सा परामर्श, बल्कि आईएमए की सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी नियमित रूप से संचालित की जा सकें।
अनुमंडल पदाधिकारी ने चिकित्सकों से इस संदर्भ में लिखित अनुरोध-पत्र देने को कहा तथा आश्वस्त किया कि वे जिला स्तर के वरिष्ठ पदाधिकारियों से बात कर मांग को पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे।
कॉफ़ी विद एसडीएम कर रहा है पुल का काम : सीएस
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ. कैनेडी तथा अस्पताल अधीक्षक डॉ माहेरू यामिनी भी उपस्थित रहे। सिविल सर्जन ने कॉफ़ी विद एसडीम कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि चिकित्सकों को इस कार्यक्रम में बुलाने से जिला प्रशासन और चिकित्सकों के बीच विश्वास एवं समन्वय बेहतर होता है। यह कार्यक्रम संवाद गैप को भरने का काम कर रहा है। उन्होंने विधि-व्यवस्था से संबंधित विषयों पर प्रशासनिक स्तर पर आवश्यक कार्रवाई की अपेक्षा की तथा चिकित्सकों से प्रशासनिक अपेक्षाओं पर खरा उतरने का आह्वान किया।
अस्पताल अधीक्षक ने भी सभी चिकित्सकों से अपील की कि वे जिला स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अपना सर्वोत्तम योगदान दें।
इस दौरान आईएमए के जिला अध्यक्ष एवं पूर्व सिविल सर्जन डॉ. एन.के. रजक, सचिव सह वरीय हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज प्रभात, पूर्व सचिव सह सर्जन डॉ. निशांत सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. अरशद अंसारी, संयुक्त सचिव एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. पूर्णेंदु, रेडियोलॉजिस्ट डॉ जितेंद्र, वरिष्ठ प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. रागिनी, एनेस्थेटिस्ट डॉ नीतू सिंह तथा वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नाथुन साह सहित अन्य चिकित्सकों ने बारी-बारी से अपने विचार रखे।