साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी। गांव में मुख्य सड़क पर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। यह दुकान गांव के कब्रिस्तान के ठीक सामने स्थित है, जिसे हटाकर किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गढ़वा उपायुक्त को एक सामूहिक आवेदन सौंपा है।
ग्रामीणों का कहना है कि शराब दुकान के कारण क्षेत्र में अशांति और अराजकता का माहौल बना रहता है। उन्होंने बताया कि दुकान के आस-पास रोज़ाना लड़ाई-झगड़े की घटनाएं होती रहती हैं। इसके अलावा, शराब दुकान के चारों ओर 8 से 10 ठेले लगते हैं, जिन पर मांस और मछली की बिक्री की जाती है। शराबी लोग शराब सेवन से पहले वहीं मांस-मछली का सेवन करते हैं, जिससे इलाके की सफाई व्यवस्था बिगड़ गई है।
सुबह के समय इलाके में शराब की बोतलें, पॉलिथीन, और मांस-मछली की हड्डियां बिखरी पड़ी रहती हैं। इससे बदबू फैलती है और स्थानीय लोग खासकर कब्रिस्तान में फतेहा और नमाज के दौरान बेहद परेशान होते हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि शराबी अक्सर कब्रिस्तान की चारदीवारी पर पेशाब कर देते हैं, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि शाम होते ही गाली-गलौज और झगड़े की घटनाएं आम हो जाती हैं, जिससे घरों में रहने वाले लोग भय और असहजता महसूस करते हैं। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि दो वर्ष पूर्व तत्कालीन विधायक को भी इस समस्या से अवगत कराया गया था, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि जनभावनाओं और शांति व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए शराब दुकान को वर्तमान स्थान से हटाकर किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाए।