प्रतिभा परिचय की मोहताज नहीं होती : नीरज श्रीधर स्वर्गीय
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चंदन है इस देश की माटी
तपोभूमि हर ग्राम है
हर बाला देवी की प्रतिमा
बच्चा-बच्चा राम है...
इस गीत के भाव पर ध्यान दिया जाय तो यह स्पष्ट होता है कि प्रत्येक बालक या बालिका प्रतिभा सम्पन्न होते हैं। आवश्यकता होती है बच्चे की प्रतिभा को पहचान कर उसे उचित परिवेश और मार्गदर्शन की। ऐसा करने से प्रत्येक बच्चा अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग कर अपनी अद्वितीय व्यक्तित्व का परिचय दे सकता है।
विगत साढ़े तीन दशकों से मैंने अपने सम्पर्क में आने वाले लोगों की प्रतिभा को पहचान कर थोड़ा-सा सहयोग किया तो कई लोगों ने अपना सर्वश्रेष्ठ देकर सभी को प्रेरित करने में कामयाब रहे।
कई लोगों ने रंगकर्म में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया तो कुछ ने सामाजिक दायित्व निर्वहन में अहम भूमिका निभाई। कुछ ने मंच संचालन की कला में बेहतर किया तो कुछ ने योग में। कुछ ने चित्रकला में तो कुछ ने चित्रकला में उत्कृष प्रदर्शन किया। कुछ लोगों ने पर्यावरण संरक्षण में अच्छा किया तो कुछ ने कबाड़ से सजावटी वस्तुओं के निर्माण में बेहतर किया।
मुझसे जुड़े लोगों की उपलब्धियाँ :
निशांत ओझा
मेरे वॉइस ओवर के साथ
(रंगकर्मी)
इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज के सेकेंड राउंड तक जाने वाले)
दिव्य प्रकाश शुक्ल
मेरे द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक "आखिर कब तक" में सशक्त भूमिका के लिए पुरस्कृत
(रंगकर्मी,फिल्म अभिनेता)
स्प्रिंग थंडर एवं बंगला फिल्म में अभिनय
कौस्तुभ
(रंगकर्मी)
राज्य स्तरीय नाट्य महोत्सव, जमशेदपुर में अमर शहीद नारायण साव को समर्पित नाटक "समर्पण" में नारायण साव की भूमिका हेतु पुरस्कृत।
राज्य स्तरीय नाट्य प्रतियोगिता (२०१०),धनबाद में मेरे द्वारा लिखित व निर्देशित "ऐसा भी हो सकता है" नाटक का मंचन कर प्रथम पुरस्कार पाने वाले रंगकर्मी :
नागेन्द्र कुमार,
उत्तम सिंह चंदेल,
आनंद कुमार,
धीरज दुबे तथा
अरविंद कुमार मेहता
अंजलि शाश्वत
(कवयित्री,कुशल वक्ता,नाटककार,रंगकर्मी)
राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव -२०२३ में झारखंड का प्रतिनिधित्व कर युवा सांसद झारखण्ड-2023 की उपाधि प्राप्त
राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित "दस्तक" ,दिल्ली में काव्य-पाठ हेतु सम्मानित
"सारथी परिवार" मथुरा द्वारा आयोजित काव्य-महाकुम्भ में काव्य-पाठ हेतु सम्मानित
प्रथम भारतीय स्वाधीनता संग्राम में शहीद नीलांबर-पीतांबर का सहयोग भामाशाह की तरह कर उनके साथ स्वाधीनता संग्राम की लड़ाई में शहीद होने वाले नारायण साव को केंद्र में रखकर तैयार किए गए नाटक "समर्पण" में इन लोगों ने भूमिका निभाई और राज्य स्तरीय नाट्य महोत्सव- २०२२ में बेहतर प्रदर्शन करने वाले रंगकर्मी :
कौस्तुभ,
प्रेम दीवाना,
जे पी रमण,
शिव शंकर मेहता,
कुमार गौरव गर्ग,
अजय महतो,
धर्मेंद्र दिलराज,
कृष्णा पासवान,
अभय कुमार तथा
संजीत कुमार
अनावश्यक बंदी के दुष्प्रभाव पर आधारित "आख़िर कब तक" नाटक में अपने सशक्त अभिनय के कारण पुरस्कृत होने वाले रंगकर्मी :
दिव्य प्रकाश शुक्ला,
उर्वशी विश्वकर्मा,
अभिमन्यु पाठक,
अरविंद कुमार मेहता ,
राकेश कुमार पाठक,
जयप्रकाश राम ,
जीत भारती ,
नागेंद्र कुमार तथा
आनंद कुमार।
"क्रान्तिवीर नीलाम्बर-पीताम्बर" नाटक जो कि राज्य स्तरीय आयोजन राँची में मंचित हुआ उसमें
मनोज संसाई,
श्रीकांत मनु,
नागेन्द्र कुमार,
आनंद कुमार,
राजीव भारद्वाज
तथा
अरविंद कुमार तिवारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस प्रकार के लगभग सत्तर से अधिक नाटकों का मंचन मेरे लेखन व निर्देशन में संपन्न हुए।
साथ ही नवोदित रचनाकारों को समर्पित "काव्यानुरागी" कार्यक्रम में गढ़वा जिले के नवोदित काव्य-रचनाकारों को उचित मंच देकर उन्हें उनकी प्रतिभा प्रदर्शन का अवसर निरंतर प्रदान किया जाता रहा है।
मेरे सम्पर्क में आने वाले वैसे कलाकार जो आज हमारे बीच नहीं हैं :
स्वर्गीय शैलेन्द्र तिवारी(रंगकर्मी),
स्वर्गीय पूरब शौर्य(चित्रकार),
स्वर्गीय गुलाब बिंद(वादक),
स्वर्गीय राम लखन बिंद(लोक गायक),
स्वर्गीय संतोष पाल(रंगकर्मी),
स्वर्गीय रामचंद्र राम(लोक कलाकार),
स्वर्गीय श्रवण चंद्रवंशी(रंगकर्मी),
स्वर्गीय संतोष कुमार(रंगकर्मी),
विभिन्न विधा के कला-साधक के रूप में जुड़ने वाले अन्य लोगों में :
विशेश्वर चंद्रवंशी,
डॉक्टर शंभू त्रिपाठी(रंगकर्मी,कवि),
रिया राशि(चित्रकार)
छठू बिंद(लोक गायक),
मिथुन चंद्रवंशी(रंगकर्मी),
राहुल कुमार(रंगकर्मी),
आकाश कुमार(रंगकर्मी),
विकाश कुमार(रंगकर्मी),
गंगा लाल(रंगकर्मी),
रंजय कुमार(रंगकर्मी),
विष्णु कुमार(रंगकर्मी) ,
सुरेश बिंद(रंगकर्मी),
अजय चंद्रवंशी(रंगकर्मी),
संजीव कुमार(गायक),
अलका कुमारी(कवयित्री),
दीप्ति तिवारी(कवयित्री),
मनीषा रानी(रंगोली)
खुशबू कुमारी(रंगकर्मी),
अमित कुमार मिश्र(संगीतज्ञ),
अनय कुमार(रंगकर्मी),
कृशु राज (रंगकर्मी),
अनुभव तिवारी(रंगकर्मी) ,
अतुल राज(रंगकर्मी),
राजू सोनी(गायक),
जवाहर लाल प्रजापति(गायक),
अंशुमान झा(रंगकर्मी),
श्याम नारायण पांडेय(रंगकर्मी,गायक),,
प्रदीप कुमार (रंगकर्मी),
धनंजय पांडेय (गायक,रंगकर्मी)
अजीत कुमार, (रंगकर्मी,गायक),
खुशबू कुमारी(रंगकर्मी),
आरती कुमारी(रंगकर्मी),
ज्योति मालाकार (रंगकर्मी,कवयित्री),
चम्पा कुमारी(रंगकर्मी),
संगीता कुमारी(रंगकर्मी),
शुभेंद्र दुबे(रंगकर्मी),
धर्मेंद्र दुबे(रंगकर्मी),
इंजीनियर दिलीप चौधरी (रंगकर्मी),
अमित कुशवाहा (रंगकर्मी),
रश्मि(रंगकर्मी) ,
गोल्डी (रंगकर्मी),
नेहा कुमारी (कवयित्री),
अणिमा शुक्ला(कवयित्री),
नेहा शुक्ला(कवयित्री),
श्यामदेव बिंद(रंगकर्मी),
जीत भारती(रंगकर्मी),
अजीत मेहता(रंगकर्मी),
सुधांशु कुमार(रंगकर्मी),
संजीव कुमार(वादक)
श्रवण कुमार(वादक)
हीरा बंगाली(वादक)
अमंदा निधि(रंगकर्मी)
निशांत ओझा(रंगकर्मी)
धर्मेंद्र कुमार(रंगकर्मी)
नीरज मालाकार(कवि)
गणेश पांडेय(कवि)
प्रमोद कुमार(कवि)
संत श्री पुरुषोत्तम सिंह चंदेल(कवि)
हरिओम तिवारी(कवि,रंगकर्मी)
सौरभ कुमार तिवारी(कवि)
प्रेमलता कुमारी(रंगकर्मी),
हेमंती कुमारी(रंगकर्मी),
अलविना कुजूर(रंगकर्मी),
बजरंगी प्रसाद(रंगकर्मी),