विद्यालय में शिक्षकों की कमी से 450 बच्चों का भविष्य अंधकार में
साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी: विद्यालय को शिक्षा का मंदिर माना गया है। जहां बच्चों का भविष्य गढ़ा जाता है। लेकिन जिला शिक्षा विभाग के द्वारा लगातार अपने मूल विद्यालय से दूसरे विद्यालय में शिक्षकों का स्थानांतरण करना बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। यह मामला कांडी प्रखंड क्षेत्र के राजकीय कृत असनोतर उच्च विद्यालय बरवाडीह का है। इधर इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त विद्यालय में कुल साढ़े चार सौ बच्चों का नामांकन है। विद्यालय में शिक्षकों का घोर कमी है। इसके बावजूद भी लगातार शिक्षकों का दूसरे विद्यालय प्रतियोजन करना बच्चों का भविष्य के साथ सरासर खिलवाड़ है। बताया जा रहा है कि उक्त विद्यालय से 4 महीने का अंतराल में तीन शिक्षकों का दूसरे विद्यालय में प्रतीयोजन किया जा चुका है। जबकि पूर्व से ही विद्यालय में शिक्षक की घोर कमी बताई जा रही है। शिक्षकों की कमी से उस विद्यालय में नियमित रूप से न तो पढ़ाई हो रही है। और न हीं बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया जा रहा है। जानकार लोगों का कहना है कि जिनकी शिक्षा विभाग में पकड़ है। सभी लोग एक दूसरे विद्यालय में आसानी से अपना प्रतियोजन करा सकते हैं। गत 22 अप्रैल 2025 को कांडी प्रखंड क्षेत्र के राजकीय कृत्य प्रश्नोत्तर उच्च विद्यालय बरवाडीह का मामला बताया जा रहा है। जहां से एक शिक्षक को पुण: अपना मूल विद्यालय से गढ़वा प्रतियोजन कर दिया गया। जिससे उक्त विद्यालय में और शिक्षक की कमी लोगों की खल रही है। लगातार शिक्षकों की अपने मूल विद्यालय से दूसरे विद्यालय में प्रतीयोजन करने से बच्चों की भविष्य अंधकार में लटकते दिखाई दे रहा है।