गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
रेहड़ी-पटरी और ठेला-गुमटी पर जीविका चलाने वाले मेहनतकश लोगों को एसडीओ ने बुलाया कॉफी पर
फुटपाथ विक्रेताओं की समस्याओं और सुझावों को भी सुना, निस्तारण के लिए होगा प्रयास
स्ट्रीट वेंडर होते हैं शहर का चेहरा, शहर को व्यवस्थित रखने में उनके सहयोग की अपेक्षा : एसडीओ
गढ़वा। अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने अपने साप्ताहिक कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम में इस सप्ताह शहर के फुटपाथ विक्रेताओं को आमंत्रित किया था। आज शहर के रेहडी-पटरी और ठेला-खोमचा-गुमटी की मदद से छोटा-मोटा व्यवसाय करने वाले ऐसे मेहनतकश लोगों को संजय कुमार ने कॉफी के दौरान द्विपक्षीय संवाद किया।
लगभग डेढ़ घंटे तक चले इस संवाद कार्यक्रम में फुटपाथ विक्रेताओं ने न केवल निजी समस्याओं को रखा, बल्कि अपने समूह से जुड़ी हुई समस्याओं और शहर की बेहतरी को लेकर कुछ सुझाव भी रखे। एसडीओ ने सभी को आश्वस्त किया कि उनकी शिकायतों और समस्याओं का यथाशीघ्र नियमानुसार निस्तारण करने का प्रयास किया जाएगा साथ ही उनके अच्छे सुझावों को अमल में लाने की कोशिश रहेगी।
टाउन वेंडिंग कमेटी के चुनाव की रखी मांग
शहर के अलग-अलग इलाकों तथा अलग-अलग प्रकार के काम करने वाले इन दर्जनों फुटपाथ विक्रेताओं ने अनुमंडल पदाधिकारी को बताया कि काफी लंबे समय से यहां टाउन वेंडिंग कमेटी संचालनात्मक अवस्था में नहीं है, इसलिए उन सबने सामूहिक मांग की कि शहर की टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्यों का राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के नियमानुसार चुनाव करवाते हुए समिति का अद्यतन गठन कर नियमित बैठकें करवाने हेतु नगर परिषद को निर्देश दिया जाए। इस पर मौके पर मौजूद नगर मिशन प्रबंधक श्री कौशल कुमार ठाकुर को इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
खादी बाजार में वेंडिंग जोन बनाने की मांग
फुटपाथ विक्रेताओं ने सुझाव दिया कि खादी बाजार में बड़ी मात्रा में अतिक्रमण है, यहां अतिक्रमण को मुक्त करवा कर यहां पर वेंडिंग जोन का निर्माण कराया जा सकता है। जिससे शहर में जहां तहां संघर्षरत फुटपाथ विक्रेताओं को एक सम्मानजनक स्थान मिल सकता है।
सब्जी विक्रेताओं एवं मांस-मछली के विक्रेताओं को मिले पृथक स्थान
बैठक में लोगों द्वारा एसडीओ से मांग रखी गई कि हर शहर में एक सब्जी मंडी होती है, वहीं मछली मुर्गा आदि का भी निर्धारित स्थान होता है, ऐसे में गढ़वा में भी सब्जी मंडी तथा मांस मछली के लिए अलग-अलग स्थान निश्चित हो जाए तो बहुत अच्छा होगा। लोगों की ओर से सुझाव आया कि शमशान घाट दानरो नदी के बाद आश्रय गृह के निकट पड़े खाली स्थान में मुर्गा मछली बाजार लगवाया जा सकता है।
फुटपाथ विक्रेता शहर का चेहरा होते हैं
संजय कुमार ने बैठक में मौजूद लोगों से कहा कि जब हम किसी भी शहर जाते हैं तो सबसे पहले हमें फुटपाथ विक्रेताओं से ही सामना होता है, हमें कोई पता भी पूछना होता है तो भी हम प्रायः फुटपाथ विक्रेताओं से ही पूछते हैं, शहर की आबोहवा भी फुटपाथ विक्रेताओं से ही मालूम चलती है। इसलिए कह सकते हैं कि फुटपाथ विक्रेता किसी भी शहर का चेहरा होते हैं, इसलिए गढ़वा शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में उन सभी की भूमिका अपेक्षित है।
साफ-सफाई और "नो पॉलिथीन" को लेकर की अपील
अनुमंडल पदाधिकारी ने शहर के फुटपाथ विक्रेताओं से अपील की कि वे अपने रेहडी पटरी के आसपास साफ सफाई रखें, साथ ही यथासंभव कोशिश करें कि वे पॉलिथीन का इस्तेमाल ना करें, उन्होंने कहा कि वे शहर को साफ सुथरा और सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
लोगों ने निजी समस्याएं भी रखीं
लोगों ने भूमि विवाद, लगान रसीद, राशन कार्ड जैसी निजी समस्याओं को भी रखा, इन समस्याओं के निस्तारण हेतु संबंधित पदाधिकारियों के पास अग्रसरित किया जा रहा है।
सहभागिता
बैठक में जिन लोगों ने अपने विचार रखे उनमें विकास कुमार, विजय ठाकुर, गुड्डू खान, रमेश प्रसाद, रवि कुमार, मोहम्मद अयूब, मोहम्मद मुमताज, सनोज कुमार, अनिल कुमार, रंजीत कुमार, साकिर अंसारी, हरेंद्र ठाकुर, बनारसी दास, कमलेश कुमार, मोहम्मद आजम, मेहताब हाशमी, सुधीर कुशवाहा, नीरज कुमार, मनीष कुमार, शत्रुघन कुशवाहा, संतोष दास, शुभम कुमार, मोहम्मद फिरोज, प्रमोद साहू, पंकज, शिवराम, अरुण राम, इमरान खान, शंभू गौड़ आदि शामिल है।