युगों युगों तक याद किए जाएंगे नेता जी सुभाष चंद्र बोस। Garhwa

नेताजी सुभाष चंद्र बोस का क्रांतिकारी विचार और कठोर त्याग युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। सदैव याद किए  जाएंगे नेताजी सुभाष चंद्र बोस। युगों युगों तक याद किए जाएंगे नेता जी सुभाष चंद्र बोस।
 स्थानीय जीएन कान्वेंट स्कूल में भारत के क्रांतिकारी और महान स्वतंत्रता सेनानी, करिश्माई नेता, प्रेरक व्यक्तित्व और महान योद्धा सुभाष चंद्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक सह शिक्षाविद एमपी केशरी एवं उपप्राचार्य बसंत ठाकुर द्वारा सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर एवं नेताजी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। 
अपने संबोधन में निदेशक ने कहा कि आज 23 जनवरी को पूरा देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती मना रहा है। मां भारती के वीर सपूत, महान देशभक्त, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को वर्ष 2021से भारत सरकार के द्वारा पराक्रम दिवस के तौर पर प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। आजादी की लड़ाई के दौरान नेताजी ने भारत के जनता से आह्वान किया कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा वहीं जय हिंद, दिल्ली चलो जैसे नारों से लोगों में देशभक्ति की भावना को उजागर किया और स्वतंत्रता आंदोलन में कूदने की अलख जगाई। 

जलियांवाला बाग हत्याकांड की घटना से वे काफी विचलित थे। नेताजी कभी ब्रिटिश शासन के सामने सर झुकाना स्वीकार नहीं किया। उनका मानना था कि संघर्ष से ही देश को आजादी मिल सकती है। यही वजह है कि उन्होंने तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा दिया।यह केवल शब्द नहीं थे, बल्कि क्रांति की पुकार थी जिसने स्वतंत्रता आंदोलन में एक अलग ही जोश भर दिया।उन्होंने आज़ाद हिंद फौज की स्थापना भारत को अंग्रेजों के हुकूमत के चंगुल से छुड़ाने के लिए किया। अदम्य साहस और पराक्रम के बल पर उन्होंने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए। यह केवल शब्द नहीं थे बल्कि क्रांति की पुकार थी  आज बच्चों को इनके जीवन प्रसंग से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।इस अवसर पर विद्यालय में भाषण,पेंटिंग एवं निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया इसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। चयनित छात्र-छात्राओं में शिरोमणि कुमारी, भास्कर तिवारी, अमित कुमार,आराध्या कुमारी, अनुष्का कुमारी, कृतिका कुमारी आदि का प्रदर्शन अति उत्कृष्ट रहा जिन्हें विद्यालय की ओर से पुरस्कार दिया गया कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक खुर्शीद आलम, वीरेंद्र शाह, कृष्ण कुमार, मुकेश भारती,सुनीता कुमारी, विकास कुमार, नीरज शर्मा,सरिता दुबे, नीलम कुमारी, सुनीता कुमारी, ज्योति तिवारी, रागिनी कुमारी, ऋषभ, शिवानी कुमारी,पूजा प्रकाश, संतोष प्रसाद आदि की भूमिका सराहनीय रही।

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