गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
नदी किनारे हो रहे निर्माण कार्य पर एसडीओ की नजर पड़ते ही काम रुकवाया गया
मौके पर अंचल की टीम को बुलाकर दो दिनों में जांच के किये आदेश
किसी भी हल्का में हो रहे वर्तमान अतिक्रमण के लिए हल्का कर्मचारी पर होगी कार्रवाई
गढ़वा। सोमवार को कल्याणपुर पुल के पास नदी किनारे हो रहे एक संदिग्ध निर्माण कार्य पर नजर पड़ने पर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने निर्माण काम पर रोक लगा दी। उन्होंने मौके पर अंचल अधिकारी एवं उनकी टीम को बुलाकर भूमि की प्रकृति के बारे में जानकारी ली साथ ही विस्तृत जांच कर दो दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया।
दरअसल सोमवार को एसडीओ संजय कुमार समाहरणालय में आहूत एक बैठक में भाग लेने जा रहे थे, तभी उनकी नजर पुल के दाएं तरफ नदी से सटी हुई सार्वजनिक भूमि पर नदी के डूब क्षेत्र में तेजी से हो रहे एक निर्माण कार्य पर पड़ी। बैठक से लौटते समय वे सीधे निर्माण कार्य के पास पहुंचे और निर्माण काम में लगे कर्मियों से जानकारी ली। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध लगते ही उन्होंने तुरंत काम रुकवा दिया तथा गढ़वा अंचल अधिकारी को कॉल कर अंचल की टीम को मौके पर बुलवाया।
दो दिनों के अंदर जांच करें, अतिक्रमण पाए जाने पर करें ध्वस्तीकरण
अनुमंडल पदाधिकारी ने गढ़वा सीओ को निर्देश दिया कि वे दो दिनों के अंदर इस मामले की सम्यक जांच करते हुये आश्वस्त हो लें कि यह निर्माण नदी पर अतिक्रमण कर किया जा रहा है या स्वयं की भूमि पर। अतिक्रमण प्रमाणित होने पर अविलंब निर्माण कार्य को नियमानुसार ध्वस्त कर दें।
सभी सीओ रहें सजग, शुरू होते ही रोकें अतिक्रमण
एसडीओ ने अनुमंडल क्षेत्र के सभी अंचल अधिकारियों और नगर निकायों को निर्देश दिया कि नदी, तालाब आदि सार्वजनिक स्थलों पर अतिक्रमण के मामलों में अतिक्रमण के शुरुआती चरण में ही संरचनाओं को ध्वस्त कर दें। अन्यथा बाद में ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया अपेक्षाकृत जटिल हो जाती है।
अतिक्रमण की स्थिति में संबंधित हल्का कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
उन्होंने सभी अंचलों के राजस्व कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे अपने हल्का क्षेत्र में नवनिर्माण कार्यों पर नजर रखें। कहीं भी सार्वजनिक भूमि पर संदिग्ध निर्माण कार्य होता दिखे तो वे अपने अंचल अधिकारी या अपने वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में लायें। कहा कि जिस राजस्व कर्मचारी के कार्यकाल में उसके हल्का में इस प्रकार के अतिक्रमण होंगे, इसकी जवाबदेही संबंधित राजस्व कर्मचारी पर तय की जाएगी। इसलिए वे नियमित तौर पर अपने हल्का क्षेत्र का भ्रमण करते रहें।