श्रीमद्भागवत कथा की ज्ञान गंगा बहेगी श्रीजानकी बाग ,बिंद टोला नवादा ,गढ़वा में ।
गोरक्षधाम की प्रख्यात आठ वर्षीया साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया के द्वारा सत्रह से तेईस दिसंबर 2024 तक सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन पुराने समाहरणालय के पीछे अवस्थित श्रीजानकीबाग में किया गया है। दिनांक 17 दिसंबर 2024 को प्रातः 7 बजे से कलश यात्रा का शुभारंभ होगा। तथा 17 से 23 दिसंबर 2024 तक संध्या 5 बजे से प्रतिदिन श्रीमद्भागवत कथा होगी।
साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया पूरे विश्व में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में लगी हैं। उनका कहना है कि श्रीमद्भागवत कथा का वाचन धर्म के प्रचार में मिशन होगा, न कि धन उपार्जन हेतु प्रोफेशन।
साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया ने केवल आठ वर्ष की आयु में ही पूरे भागवत कथा के सार को अपना लिया है और बड़े ही सारगर्भित और रोचक ढंग से वह भागवत पुराण में लिखित श्लोकों को श्रोताओं तक पहुँचाने का कार्य कर रही हैं। विदित हो कि साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया के पिता सौरभ पांडेय "धराधाम अंतराष्ट्रीय सेवा संस्थान" के संस्थापक हैं और माता रागिनी पाण्डेय एक प्रसिद्ध समाजसेविका हैं।
साध्वी श्वेतिमा माधव प्रिया का कहना है कि अद्भुत, अलौकिक और दिव्य अनुभूतियुक्त श्रीमद्भागवत कथा श्रवण मात्र से हृदयस्थ छुपे विनाशक शत्रु रूपी काम, क्रोध, मद, मोह, लाभ, अहंकार, ईर्ष्या, द्वेष, छल, कपट, प्रपंच आदि का सर्वनाश होता है। जिससे व्यक्ति का अंत:करण शुद्ध हो कर ऐसे खिल उठता है जैसे सूरज के उदय होने से कमल। फिर व्यक्ति प्रकृति के रहस्यों को समझने के काबिल भी हो जाता है।
पुराणों में वर्णित है कि जहाँ कहीं भी श्रीमद्भागवत कथा होती है तो देवता भी अदृश्य रूप में कथा अमृत का रसपान करते हैं। ऋषियों के अनुसार यह अमृत से भी दुर्लभ और कीमती है।
अभिभावक के रूप में गढ़वा-रंका विधान सभा क्षेत्र के माननीय विधायक श्री सत्येंद्र नाथ तिवारी रहेंगे तथा भामाशाह स्वरूप युवा हृदय सम्राट आलोक त्रिपाठी उर्फ टुल्लू ,विकास कुमार माली ,उदय मिश्रा उर्फ बउआ मिश्रा ,कुलपति दिनेश सिंह , विजय सोनी , श्री विमलेश शुक्ला, मिथिलेश दुबे उर्फ मंटू दुबे ,सुरेन्द्र यादव ,नीरज श्रीधर स्वर्गीय , अधिवक्ता आशीष दुबे अग्निवीर , अमर साव ,चंदन कुमार रूज, सुदामा बिंद, लखन बिंद, छठू बिंद, सुनील बिंद ,श्याम देव बिंद, नागेंद्र बिंद, पुरुषोत्तम सिंह चंदेल , अजित मेहता सहित नवादा पंचायत व गढ़वा शहर के भक्तजनों के सहयोग से श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
कथा में सभी धर्मप्रेमी देवियों और सज्जनों की गरिमामयी उपस्थिति प्रार्थनीय है।