बिना हेल्थ सेंटर का ताला खुला ही कैसे भर गया ओपीडी रजिस्टर
साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी : प्रखंड क्षेत्र के अधौरा गांव स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र में हमेशा ताला बंद रहने की खबर प्रकाशित होने के बाद कथित रूप से बुधवार को जिला के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने अधौरा गांव स्थित सेंटर का दौरा किया। उनके अनुसार केंद्र में सीएचओ, एएनएम एवं एमपीडब्ल्यू तीनों उपस्थित थे। सिविल सर्जन के निरीक्षण में ओपीडी रजिस्टर भरा हुआ पाया गया। लेकिन घोर आश्चर्य की बात है कि पत्रकार के द्वारा पड़ताल के दौरान पता चला कि सिविल सर्जन के वहां जाने की खबर किसी पब्लिक को नहीं है। यहां तक कि गांव की स्वास्थ्य सहिया एवं आंगनबाड़ी की सेविका को भी कुछ पता नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र के बगल में अवस्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय हरिजन टोला अधौरा के किसी शिक्षक को भी किसी के आने की खबर नहीं है।
जब इस बात को सिविल सर्जन से पूछा गया की आपने कभी उस सेंटर का ताला खुलने जैसा प्रमाण वहां पर पाया तो उन्होंने कहा कि नहीं ऐसा नहीं लगता है कि कभी ताला खुलता हो। यह आठवें आश्चर्य की बात है कि बुधवार को केंद्र का ताला खुला और सीएचओ सहित सभी तीनों स्वास्थ्य कर्मी वहां उपस्थित थे। यह लाख टके का सवाल है कि जब केंद्र कभी खुलता ही नहीं तो ओपीडी रजिस्टर किस प्रकार भरा हुआ पाया गया। यह गहन जांच का विषय है। जो अधौरा सहित इस केंद्र के पोषक क्षेत्र में अवस्थित 10 गांव की जनता से इस सवाल को पूछा जा सकता है कि क्या इस केंद्र का कभी ताला खुलता है? किसी मरीज को यहां कभी डॉक्टर के दर्शन हुए क्या? इस बात की जानकारी होने पर शिवपुर पंचायत की मुखिया सोनी देवी, उनके प्रतिनिधि अरुण राम, वार्ड सदस्य लालती देवी, वार्ड सदस्य नजमा बीवी, इसराइल अंसारी, कृपा निधान, जितेंद्र प्रसाद गुप्ता, नंदकुमार राम सहित कई लोगों ने घोर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि यदि कोई प्रकाशित खबर में वर्णित मामले की जांच करने आता तो पब्लिक को बुलाकर मामले की तहकीकात की जाती। ना तो किसी पब्लिक को बुलाया गया और ना ही पंचायत प्रतिनिधियों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कर्मी को ही बुलाया गया। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला संदिग्ध लगता है। कहा कि जिस तरह कुछ साल पहले बिना केंद्र खुले प्रति माह 8 - 10 प्रसव दिखाया जाता था। इस तरह से बिना केंद्र का ताला खुले ओपीडी में मरीज का इलाज दिखाया जा रहा है। कहा कि उन्होंने जिला के उपायुक्त से पब्लिक के सामने ओपीडी रजिस्टर की जांच करने एवं स्थानीय जनता से तहकीकात कर पता लगाने की कि क्या कभी इस केंद्र का ताला खुलता है? कहा कि इस गांव में हेल्थ सेंटर के दो भवन हैं। जिनकी तस्वीर देखने से ही स्पष्ट हो जाएगा कि इनका ताला नहीं खुलता और यहां कोई नहीं आता। लोगों ने कहा कि इस तरह से बरगलाया जाएगा तो वे लोग सैकड़ो की संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचकर समाहरणालय पर धरना देने के लिए बाध्य हो जाएंगे।