साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी(गढ़वा) : थाना क्षेत्र अंतर्गत बीपीएम पब्लिक स्कूल में अध्यनरत एक मासूम छात्र को एक शिक्षिका द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई।
मामला शुक्रवार का है। कसूर केवल था कि उक्त छात्र ने गृहकार्य पूर्ण नहीं किया था। इस संबंध में छात्र आयुष कुमार का चाचा रतनगढ़ गांव निवासी आनंद कुमार यादव ने कहा कि उक्त विद्यालय में आयुष यूकेजी का छात्र है। शिक्षिका रेखा के द्वारा छड़ी से बेरहमी से पिटाई की गई है। उन्होंने बताया कि जब शनिवार को उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने भय दिखाते हुए कहा कि जहां जाना है, वहां जाओ। मैं समझ लूंगा। सवाल यह कि सरकार का सख्त निर्देश है कि किसी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्रों के साथ पिटाई नहीं करनी है। शिक्षक का कार्य शिक्षा प्रदान कर बच्चों का उज्ज्वल भविष्य बनाना है, किन्तु यहां तो बच्चों की पिटाई बेरहमी से की जा रही है। पिटाई से बच्चे मायूस हो जाते हैं। यहां तक कि मानसिक संतुलन भी खो सकते हैं। किंतु इससे शिक्षकों को कोई लेना-देना नहीं है। समय पर केवल फीस चाहिए। वहीं इस संबंध में पूछने के लिए विद्यालय पहुंचे पत्रकारों के साथ विद्यालय के संचालक अरविंद कुमार मेहता ने अच्छा वर्ताव नहीं किया और न ही संतोषजनक जबाब दिया। ऐसा प्रतीत हो रहा था, जैसे वे उलझ पड़ेंगे। उन्होंने शुरू में तो कैमरा भी बंद करने को कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षिका ने गलती की है। समझा-बुझा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल का रजिस्ट्रेशन नहीं है, यू डैश है।
हालांकि शिक्षा विभाग या वरीय पदाधिकारियों द्वारा चल रहे अवैध प्राइवेट स्कूल पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। कांडी प्रखण्ड में दर्जनों प्राइवेट स्कूल धड़ल्ले से अवैध तरीके से चल रहे हैं। जिसका कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। मनमानी तरीके से पैसे की उगाही की जा रही है। यदि समय रहते प्राइवेट स्कूल पर शिकंजा नहीं कसा गया तो गरीब, मजदूर, किसान के बच्चों से पढ़ाई व प्राइवेट स्कूल के नाम पर यूं ही पैसे की लूट होती रहेगी। वर्तमान समय में पढ़ाई-लिखाई को व्यवसाय बना लिया गया है। हालांकि सरकारी विद्यालय में बच्चों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भी अभिभावक अच्छी शिक्षा के लोभ में फंसते जा रहे हैं। जहां पैसों का केवल दोहन और गरीबों का आर्थिक शोषण हो रहा है।
इस संबंध में पूछे जाने पर डीईओ कैशर राजा ने कहा कि इस मामले पर संज्ञान लिया जाएगा। साथ ही अवैध चल रहे प्राइवेट स्कूल पर अंकुश लगाने के लिए जल्द ही लेटर भी जारी किया जाएगा।