सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर उफनाई पंडी नदी Kandi

फोटो-सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर उफनाई पंडी नदी।
फोटो-कोयल नदी में बाढ़  व बाढ़ में डूबा हल्दी का फसल।
फ़ोटो-भगवती मंदिर के गर्भ गृह में भरा पानी।
साकेत मिश्रा की रिर्पोट 
कांडी-प्रखण्ड क्षेत्र में पिछले 20 घण्टे से हो रही लगातार वारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।लोग घरों में दुबके हुए हैं।कोयल व पंडी नदी में बाढ़ आ गयी है।सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर पंडी नदी उफान पर है।नदी में बने पुल को छूती हुई बाढ़ का पानी बह रहा है।साथ ही भगवती मंदिर के गर्भ गृह में भी चार फीट पानी भरा हुआ है।मंदिर के पुजारी आदित्य पाठक ने बताया कि सुबह की पूजा ऊपर से ही किया गया है।अगर शाम तक बाढ़ की पानी से पूल भर जाता है तो मंदिर में संध्या आरती करने में परेशानी होगी।पंडी नदी में आई बाढ़ का पानी हेंठार क्षेत्र के खेतों में भी फैल गया है।उधर कोयल नदी में भी बाढ़ की स्थिति उतपन्न हो गयी है।कोयल नदी के दोनों किनारों तक पानी भर गया है।खरौंधा पंचायत के गांव जयनगरा के खेतों में लगी व्यवसायिक फसल हल्दी बाढ़ के पानी में डूब गया है।पीड़ित ने बताया कि नीलगाय व सुअर द्वारा दूसरे फसल बर्बाद किए जाने के कारण अब हमलोग हल्दी की खेती करते हैं।किसान दिलीप मेहता ,संजय मेहता,रंजन मेहता,बिगन मेहता,सुमंत मेहता,गुप्तेश्वर मेहता ,जय कुमार ने बताया कि हम सभी अपने  एक एक एकड़ खेतों में  हल्दी का फसल लगाया हूं।लेकिन आज कोयल नदी में आई बाढ़ में सारा फसल डूब कर बर्बाद हो गया है।लाखों रुपये के फसल बर्बाद होने का अनुमान है।सोन नदी की स्थिति अभी ठीक ठाक है।सोन नदी में बाढ़ की स्थिति नही है अभी यह नदी खाली है।

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