साकेत मिश्रा की रिर्पोट
फोटो-सोन नदी की बाढ़ में डूबी फसल।
कांडी - कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रविवार की देर शाम सोन नदी में आई बाढ़ की पानी से सोन तटीय इलाका की सैकड़ो एकड़ में लगाई गई धान, मक्का, अरहर, तील की फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई, विदित है कि रविवार की सुबह से ही सोन नदी का जलस्तर काफी तीव्र गति से बढ़ रहा था जिसको लेकर सोन तटीय इलाका संनपुरा ,बरवाडीह, सुंडीपुर ,बनकट ,कालागड़ा गांव के लोग बाढ़ की भय से पूरी रात जाग कर विताई ।सोन नदी की बढ़ते जल स्तर से सोन तटीय इलाका के लोग अपने अपने पालतू मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर रखा। बाढ़ का पानी नारायणपुर गांव स्थित पुलिया से होकर बेलहत, चोका, सनपुरा, बरवाडीह, बलियारी, गांव के दोहर मैं किसानों द्वारा लगाए गए सैकड़ो एकड़ में धान की फैसल जलमग्न हो गया। जबकि दर्जनों की संख्या में मोटर व डीजल पंप पानी में डूब गए। किसानों द्वारा खून पसीना एक कर कर्ज ऋण लेकर किसी तरह खेतों में फसल लगाये थे। परंतु प्राकृतिक आपदा के कहर ने किसानों की कमर तोड़ दी। पिछले वर्ष भी धान की फसल तैयार होने के कगार पर थी तो बाढ़ की पानी से पूरी फसले बर्बाद हो गई थी ।इस बार भी किसानो की फसल बर्बाद हो गया। अपने-अपने खेतों में फसलों को बर्बाद देख कर किसानों के बीच उदासी छाई हुई है। स्थानीय किसान भोला मेहता, दिनेश मेहता, बलियारी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ललन मेहता, अरविंद कुमार मेहता ,रामप्रवेश चौधरी ,धर्मेंद्र मेहता, शिव नारायण मेहता, विनोद मेहता रूपदेव चौधरी आलोक चौधरी, महेश चौधरी ने जिला प्रशासन से बर्बाद हुई फसलों की क्षतिपूर्ति की मांग किया है।