निजी व्यक्तियों के कब्जा जमाए जाने के वजह से प्रखंड मुख्यालय स्थित आयुष आरोग्य मन्दिर नहीं कर पा रहा है अपना कार्य Kandi

साकेत मिश्रा की रिर्पोट 
गढ़वा/कांडी: निजी व्यक्तियों के कब्जा जमाए जाने के वजह से प्रखंड मुख्यालय स्थित आयुष आरोग्य मन्दिर नहीं कर पा रहा है अपना कार्य
फोटो प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी राकेश सहाय कांडी तथा आयुष डॉक्टर अमित कुमार चौधरी
जी हां कांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित आयुष आरोग्य मन्दिर के भवन पर निजी व्यक्तियों के द्वारा अवैध कब्जा जमाने के वजह से उसमे इलाज नहीं हो पा रहा है बताते चलें कि पिछले 10 वर्षों से कंडी में बना आयु से आरोग्य मंदिर के भवन पर निजी व्यक्तियों के द्वारा कब्जा जमा लिया गया है जिसके वजह से हॉस्पिटल का कार्य बाधित है वर्षों से इस अस्पताल में पदस्थापित आयुष चिकित्सक अपना कार्य नहीं कर पा रहे हैं जबकि इस लंबी अवधि में आयुष चिकित्सालय का भवन को खाली कराए जाने को लेकर स्थानीय डॉक्टर के साथ-साथ जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी ने बार-बार कांडी आकर अधिकारियों को इससे संबंधित आवेदन दिया है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कांडी के बगल में आयुष आरोग्य मंदिर एएएएम का भवन बना हुआ है अस्पताल सूत्रों की माने तो इस भवन पर पिछले 10 वर्षों से लगातार एक परिवार के द्वारा अवैध रूप से कब्जा जमा लिया गया है बताते चले की कब्जा किए गए इस आयुष भवन में गुड़िया देवी नमक एक महिला रहती है जबकि उसका पति कभी-कभी यहां आया जाया करता है बताते चलें कि गुड़िया देवी का ससुराल बिहार के रोहतास जिले में है उसका पति बाहर कहीं किसी प्लांट में मजदूर का कार्य करता है गुड़िया कांडी निवासी श्वर्गीय फेकन साहू की लड़की है इस अवैध रूप से हुए कब्ज के कारण डॉक्टर के रहते हुए भी आयुष चिकित्सा कांडी के लगभग डेढ़ लाख की आबादी को नहीं मिल पा रही है जबकि आयुष चिकित्सक के रूप में डॉ अमित कुमार  चौधरी की आयुष आरोग्य मंदिर में कब की पोस्टिंग की गई है लेकिन भवन के अभाव में वह अपना कार्य नहीं कर पा रहे हैं कांडी अस्पताल के आयुष चिकित्सकों के द्वारा कई बार कांडी के अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, थाना प्रभारी, प्रखंड प्रमुख, एवं स्थानीय मुखिया को आवेदन देकर अस्पताल का भवन खाली कराए जाने का मांग किया गया है जबकि जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कृष्ण कुमार ने कांडी आ कर डेढ़ साल पहले थाना प्रभारी कांडी को इस विषय को लेकर खुद से आवेदन दिया था लेकिन अब तक इस मामले पर किसी ने भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं किया और ना ही कोई रिजल्ट निकला नतीजा यह है कि इस सस्ती चिकित्सा पद्धति जिसका अब तक कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ ना होता है और इस बेहतरीन इलाज का लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है इस संबंध में पूछे जाने पर कांडी के वर्तमान नवपद स्थापित अंचलाधिकारी राकेश सहाय ने कहा कि मुझे इस मामले की जानकारी अभी मिली है जल्द ही अस्पताल के उसे भवन को खाली कर दिया जाएगा ताकि उसमें आयुष चिकित्सक अपना कार्य बेहतर तरीके से कर सकें

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