भवनाथपुर से संवाददाता अयोध्या कुमार का रिपोर्ट
भवनाथपुर:पूर्व निर्धारित प्रेस वार्ता के तहत सामाजिक संस्था सोशल इनोवेशन ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष अनुपम राज सिंह अपने पूरे टीम के साथ केतार प्रखंड अंतर्गत परती कुशवानी के स्व देवेंद्र चेरो के घर पर पहुंचे जो बैंगलोर में कार्यरत थे उनका कुछ दिन पहले संदिग्ध स्थिति में मृत्यु हो गया था। उनकी पत्नी से और उनके अभिभावकगण से मिलें और उन्होंने उनके परिवार जनों से वादा किया की उनकी एकलौती बच्ची जो अभी डेढ़ वर्ष की है उसका पालन-पोषण से लेकर पठन पाठन से लेकर उसकी शादी तक का हर खर्च हमारी संस्था सोशल इनोवेशन ग्रुप वहन करेगी। प्रेस वार्ता के शुरुआत में ही उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया की हमारी संस्था किसी भी राजनीतिक दल या राजनीतिक व्यक्ति का ना तो समर्थन करता है और ना ही विरोध करती है हां हमारे संस्था के सदस्यों का व्यक्तिगत विचार हो सकता है किसी के समर्थन में या विरोध में। उन्होंने आगे बताया की यह प्रेस वार्ता मुख्यतः गढ़वा जिला में बढ़ती बेरोजगारी के उपर रखा गया है। आज हमारे जिले की स्थिति यह है की लगभग हर सप्ताह में देश के विभिन्न महानगरों से यहां के मजदूरों की शव आ रही है। सभी युवा मजदूर जिनकी मृत्यु हो रही है लगभग 25 से 30 वर्ष के होंगें नयी नयी उम्र की लड़की विधवा हो रही हैं, ज़रा सोचिए उस बाप पर क्या बीतती होगी जिसकी बेटी पच्चीस वर्ष में ही एक बच्चे के साथ गर्भवती अवस्था में विधवा हो जाए। परंतु यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के कान में जूं तक नहीं रहता है, सहयोग के नाम पर एक बोड़ा आटा और एक टीना रिफाइन भेजवा दिया जाता है कुछ लोगों से तो वह भी संभव नहीं होता है । अभी कुछ ही महीने पहले लोकसभा चुनाव खत्म हुआ है और आने वाले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाला है जब चुनाव आता है तो कोई पावर प्लांट लगवाने की बात करता है तो कोई सिमेंट फैक्ट्री लगवाने की बात करता है इस बार हो सकता है की टेक्स्टाइल इंड्रस्टी भी खोलवाने की बात करेंगे लोग लेकिन किसी के भी बहकावे में नहीं आना है अपने सुझ बूझ से काम लेना है और सही उम्मीदवार का ही चुनाव करना है। थोड़ा सा कमी यहां के युवाओं का भी है जब चुनाव आता है तो यहां के मतदाता पांच सौ और हज़ार रूपए और दारू मुर्गा पर बिक जाते हैं। जिस से की वो भविष्य में किसी भी जनप्रतिनिधि से सवाल पूछने के लायक नहीं रहते हैं।अंत में उन्होंने यह कहा की अभी नजदीक में बेरोज़गारी का समाधान यही है कि लघु उद्योग पर ध्यान देते हुए कुछ उधोग की व्यवस्था किया जाना चाहिए। यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के पास ना कोई विज़न है ना कोई मिशन है इसलिए यह क्षेत्र की स्थिति यह है। हमें भी जिम्मेदारी लेते हुए आगे आ कर युवाओं को स्वरोजगार के लिए जागरूक करना चाहिए। मौके पर वार्ड पार्षद मनोहर उरांव, संस्था के संस्थापक सदस्य सुर्य प्रकाश सिंह, प्रथम चौबे, अभिजीत सिंह, राजू रंजन चंद्रवंशी, शक्ति सिंह, विकास चंद्रवंशी,बंटी, संतोष कुमार निखिल तिवारी सहित पिड़ित परिवार एवं काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।