गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
प्रकृति सुख का आधार है।
पर्यावरण का संरक्षण सबकी जिम्मेदारी है- मदन केसरी
5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में आयोजित पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम के संबोधन में निदेशक मदन केसरी ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना हम सब की जिम्मेवारी है।हर वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस भारत समेत पूरे विश्व में मनाया जाता है। पेड़ पौधे आपदा रक्षक ही नहीं बल्कि पृथ्वी का वास्तविक आभूषण भी हैं।यह जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध प्रथम पंक्ति की योद्धा हैं।वर्तमान परिवेश में जिस प्रकार तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है साथ ही असमय आंधी, तूफान वज्रपात,सुनामी, भूकंप आदि प्राकृतिक जटिल समस्याएं हम सभी पृथ्वी वासी झेल रहे हैं उसका एकमात्र बचाव पौधारोपण ही है। यदि हमें पर्यावरण मित्र होने का परिचय देना है तो सिर्फ एक दिन ही नहीं बल्कि हर दिन कुदरत की रक्षा करने के लिए संकल्पित होना होगा।
समय-समय पर पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को जोड़कर उनके छात्र जीवन में ही पर्यावरण संरक्षण का बीजारोपण किया जा सकता है। वहीं स्कूल में बच्चों के बीच में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए इको क्लब का गठन किया गया है जिससे वे सभी छात्र जीवन में ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील हो सके। पर्यावरण के अनदेखी धरती के वातावरण को विशेष रूप से प्रभावित कर रहा है धीरे-धीरे पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है जिसके परिणाम स्वरूप हमारे वन्य जीव और वनस्पति की अनेकों प्रजाति विलुप्त अवस्था में आ गए हैं। यदि समय रहते इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो वह दिन भी दूर नहीं है जब पृथ्वी पर जीव जंतु समाप्त हो जाएंगे।हमें पर्यावरण को बचाना है और यह हम सभी का परम दायित्व है। जैसा कि जानते हैं कि हमारा जीवन पर्यावरण पर निर्भर करता है। हमारा राष्ट्र कृषि प्रधान है कृषि के लिए जल की आवश्यकता है जो पर्यावरण पर निर्भर करता है। वन संरक्षण के लिए हर नागरिक को संवेदनशील होना परम आवश्यक है। इस मौके पर सचिव सुषमा केशरी,उपप्राचार्य बी के ठाकुर,कृपाशंकर तिवारी, छात्र छात्राओं में यश कुमार मेहता, संगीता कुमारी, महेंद्र,श्रेया,सृष्टि, विनय आदि की उपस्थिति रही।