जीएन कॉन्वेंट स्कूल में इन हाउस टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का द्वितीय चरण संपन्न Garhwa

गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट 
सीखना और सीखना प्रशिक्षण का वास्तविक उद्देश्य है।              
  जीएन कॉन्वेंट स्कूल में इन हाउस टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का द्वितीय चरण संपन्न।        
           शिक्षक के लिए अपने विद्यार्थियों को प्रभावित ढंग से जानना,समझना और उनका विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है। स्थानीय जीएन कॉन्वेंट(10+2) स्कूल में सीबीएसई गाइड लाइन के आलोक में इन हाउस टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का दूसरा चरण संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक मदन केशरी सचिव सुषमा केशरी तथा उपप्राचार्य बसंत ठाकुर द्वारा सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। दूसरी ओर विद्या की देवी माता सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर तथा सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम शुरुआत किया गया। अपने संबोधन में निदेशक ने कहा कि शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम एक ऐसा कार्यक्रम है जो शिक्षकों को ऐसी तकनीक और आधुनिक शिक्षा रणनीतियों से लैश करता है जो उन्हें अपने छात्रों से बेहतर तरीके से जुड़ने उन्हें प्रबंधित करने और उन्हें पढ़ाने में मदद करती है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी छात्र सीख रहे हैं और लाभान्वित हो रहे हैं। शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम जब सही तरीके से और सही विषय वस्तु के साथ संचालित किए जाते हैं तो उनमें शिक्षकों को इस हद तक प्रशिक्षित करने की शक्ति होती है कि वे न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि इसके बाहर भी छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं व यह प्रशिक्षण छात्रों के जीवन में भी अपना प्रभाव डालते हैं। शिक्षक और छात्र दोनों क्रमशः एक दूसरे के पूरक हैं जो सीखने  और सिखाने की दिशा में निपुणता हासिल करते हैं और इसका प्रभाव सकारात्मक परिणाम वाला होता है। वर्तमान परिपेक्ष्य में शिक्षकों की प्रशिक्षित करना मुख्य रूप से इस तथ्य के कारण आवश्यक है कि वर्तमान पीढ़ी के छात्र पारंपरिक शिक्षण विधियों को नहीं समझते हैं। हम आज के छात्रों को कल के तरीकों से नहीं पढ़ा सकते हैं जबकि उन्हें योग्य बनाने  के लिए आधुनिक शिक्षण प्रणाली होनी चाहिए वहीं विभिन्न प्रकार के सीखने की शैलियों को शिक्षक द्वारा छात्रों के दिनचर्चा में लाकर उन्हें शिक्षा के प्रति प्रभावित करना है जब शिक्षक कौशल में वृद्धि करते हैं तो वह अपने आप ही आत्मविश्वासी, खुश और अपने छात्रों के साथ बड़ी चीज हासिल करने के लिए प्रेरित महसूस करते हैं।आत्मविश्वासी और खुश शिक्षकों का मतलब है आत्मविश्वासी और खुश छात्र। आज का मुख्य विषय स्ट्रेस मैनेजमेंट रहा। मुख्य रिसोर्स पर्सन्स के रूप में शिक्षक अभिषेक पाण्डेय पीजीटी एवं संतोष प्रसाद पीआरटी के द्वारा अत्यंत प्रभावशाली विचार एवं सुझाव व्यक्त किए गए जो प्रसंशनीय एवं अनुकरणीय रहा। बीच-बीच में बोझिल स्थिति को खेल के माध्यम से हल्का किया गया तथा शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया वहीं रिसोर्स पर्सन को अंग वस्त्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया। मंच का संचालन खुर्शीद आलम तथा स्वागत भाषण उप्राचार्य बसंत ठाकुर एवं धन्यवाद ज्ञापन वीरेंद्र गुप्ता के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित शिक्षक मुकेश कुमार भारती,वीरेंद्र साह, सुनीता कुमारी, रिया सिंह,शिवानी कुमारी,रिजवाना शाहीन, सीमा श्रीवास्तव तथा प्रोजेक्टर मैनेजमेंट श्रेया आनंद वहीं अन्य शिक्षकवृन्दो मुख्य रूप से उपस्थित रहें।राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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