सहायिका का चयन रद्द किए जाने की मांग
अनुसूची 1 की बड़ी आबादी को छोड़कर मनमाने चयन का आरोप
साकेत मिश्रा की रिर्पोट
कांडी : गाड़ा खुर्द के बनकट टोला में सहायिका के चुनाव में बरती गई घोर अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को आवेदन देकर चुनाव रद्द किए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा है कि इस चुनाव में सरकारी चयन प्रक्रिया का अनुपालन नहीं करते हुए मनमानी बरती गई है। कांडी प्रखंड अंतर्गत गाड़ा खुर्द पंचायत के गाड़ा खुर्द गांव स्थित बनकट टोला पर आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 18 के लिए 24 जून 2024 को सहायिका का चयन किया गया है। मालूम हो कि आंगनवाड़ी के पदधारियों के चयन में संबंधित गांव में बहुलता में रहनेवाली जाति की आबादी को चयन में वरीयता देने का प्रावधान है। इस प्रकार बनकट टोला में अनुसूची एक की पिछड़ी जाति की बहुलता है। इनकी आबादी 411 है। जबकि अनुसूची दो की आबादी मात्र 260 है। अनुसूची एक की बहुलता को किनारे रखकर अनुसूची दो से सहायिका का चयन कर लिया गया है। जो सरासर गलत एवं मनमानी का उदाहरण है। उल्लेखनीय है कि चुनाव के लिए बुलाई गई सभा में अनुसूची एक के उम्मीदवार के रूप में काजल कुमारी पति दिलीप कुमार चौधरी, चिंता देवी पति मिथिलेश चौधरी तथा रंजू देवी पति बिजेंदर मेहता उपस्थित थीं। बावजूद इसके अनुसूची दो की प्रत्याशी का बतौर सहायिका चयन कर लिया गया। जो सरासर नाजायज एवं सरकारी प्रावधान का उल्लंघन है। ग्रामीणों ने अनुचित चयन को रद्द करते हुए निष्पक्ष तरीके से सही उम्मीदवार का चयन कराए जाने की मांग की है। आवेदन देने वालों में रामचंद्र चौधरी, मिथिलेश चौधरी, विनोद चौधरी, कमलेश चौधरी, संतोष चौधरी, बसंती देवी, सोमारू चौधरी, मनोज चौधरी, शारदा देवी, सोनी देवी, गुड्डी देवी, तारा देवी, रामप्यारी चौधरी, अजय चौधरी सहित सैकड़ो लोगों का नाम शामिल है।