दवाएं फेंके जाने के मामले में डीसी के निर्देश पर कांडी थाना में अज्ञात के विरूद्ध एफआईआर Kandi

दवाएं फेंके जाने के मामले में डीसी के निर्देश पर कांडी थाना में अज्ञात के विरूद्ध एफआईआर
स्वास्थ्य मंत्री ने जांच व अपराधी को पकड़ने का दिया है सख्त निर्देश
साकेत मिश्रा की रिर्पोट 
कांडी : प्रखंड अंतर्गत राजा घटुहआं गांव के रास्ते के पास गड्ढे में काफी बड़ी मात्रा में सरकारी दवा फेंके जाने को लेकर उपायुक्त शेखर जमुआर द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए गए थे। मामले में भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता, गढ़वा एवं सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गढ़वा को संयुक्त रूप से जाँच कर दिनांक 16 मार्च 2024 तक स्पष्ट जांच प्रतिवेदन की मांग की गई थी। सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गढ़वा  द्वारा उक्त मामले के संयुक्त जांच प्रतिवेदन के अनुसार कांडी प्रखण्ड अंतर्गत सतबहिनी से राजा घटुहआ गांव के रास्ते के पास गड्ढे में बड़ी मात्रा में सरकारी दवा को अज्ञात संस्थान / व्यक्ति द्वारा फेंका गया था। जो अति संवेदनशील मामला है। बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उक्त दवाओं का सेवन नहीं कराते हुए कुछ दवाओं को एक्सपायर करा दिया गया। इस तरह उपयोगी दवाओं को गड्ढे में फेका जाना अमानवीय कृत्य तथा गंभीर आरोप बताया गया है। उक्त स्थल से दवाओं को एकत्रित कर कांडी थाना परिसर में सुरक्षित रख गया है। उन दवाओं में से जो उपयोगी है, उसे विधिवत् सूची तैयार कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मझिऑव द्वारा भंडार पंजी में नियमानुसार प्रविष्टि कराते हुए बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उपयोग में लाए जाने की बात कही गई। साथ ही प्राप्त जांच प्रतिवेदन के अवलोकन के उपरांत उपायुक्त ने सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, गढ़वा को निर्देश दिया था कि उक्त मामलें में दोषी के विरूद्ध अविलंब प्राथमिकी दर्ज कराते हुए 24 घंटे के अंदर अनुपालन प्रतिवेदन समर्पित करें। इस प्रकार कांडी थाना में संबंधित गंभीर मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर लिया गया। जिसकी कांडी थाना कांड संख्या 26/24 व सूचक प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनीष कुमार सिंह हैं। 

स्वास्थ्य मंत्री ने दिया है सख्त निर्देश :- विभागीय सूत्रों के अनुसार मामले की रिपोर्ट निर्देश के तहत झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को भेज दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री स्वयं इस मामले की तह तक जाकर तहकीकात करने एवं दोषियों को पकड़ने को लेकर जिले के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किया है। 

क्या कहा सीएस ने :- इस संबंध में सिविल सर्जन सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि दवा फेंकने वाले व्यक्ति या व्यक्तियों ने पीड़ित मानवता के विरुद्ध गंभीरतम अपराध किया है। इन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। जांच की प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाते हुए अपराधी के गिरेबान तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर इस जांच को पूरी करते हुए अपराधियों को दंडित नहीं किया जाएगा तो इस तरह की परंपरा विकसित होने का डर है। जबकि लोग बिना एक्सपायर हुए सही दवाओं को भी काफी बड़ी मात्रा में फेंक कर बर्बाद कर रहे हैं।

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