गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट
विकास न करेंगे न करने देंगे की राजनीति करता है भाजपा : मंत्री मिथिलेश
गढ़वा में विकास योजनाओं की बौछार
एक सप्ताह में 1228 करोड़ 12 लाख रुपए की योजनाओं का हुआ उद्घाटन व शिलान्यास
गढ़वा : गढ़वा विधानसभा क्षेत्र में विकास योजनाओं की बौछार हो गई है। पिछले एक सप्ताह में 1228 करोड़ 12 लाख 78 हजार 700 रुपए की योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। गढ़वा विधायक झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता व उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने गढ़वा, रंका, चिनियां एवं मेराल प्रखंड में अलग अलग मेगा शिलान्यास समारोह का आयोजन कर इन सभी योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
जानकारी देते हुए मंत्री श्री ठाकुर ने बताया कि गढ़वा जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन 93 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित पांच योजनाओं समाहरणालय भवन, बिरसा मुंडा हेलीपैड पार्क, अंतर्राज्जीय बस स्टैंड, फुटबॉल स्टेडियम तथा नीलांबर पीतांबर बहुउद्देशीय सांस्कृतिक भवन (टाउन हॉल) का उद्घाटन किया। तत्पश्चात गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के मेराल प्रखंड में 145 करोड़ 73 लाख 34 हजार 200 रुपए की योजना का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। इनमें सात करोड़ 56 लाख 32 हजार 700 रुपए की लागत से निर्मित योजना का उद्घाटन व 138 करोड़ 17 लाख एक हजार 500 रुपए की लागत से बनने वाली योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। जबकि चिनियां प्रखंड में 214 करोड़ 34 लाख एक हजार 300 रुपए की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया। इनमें 56 करोड़ 32 लाख 65 हजार 600 रुपए की लागत से निर्मित योजना का उद्घाटन तथा 158 करोड़ एक लाख 35 हजार 700 रुपए की लागत से बनने वाली योजना का शिलान्यास शामिल है। रंका एवं रमकंडा प्रखंड में 370 करोड़ 19 लाख 60 हजार 700 रुपए की योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। इनमें 16 करोड़ 50 लाख 43 हजार 100 रुपए की लागत निर्मित योजना का उद्घाटन तथा 353 करोड़ 69 लाख 17 हजार 600 रुपए की लागत से बनने वाली योजना का शिलान्यास शामिल है। जबकि गढ़वा एवं डंडा प्रखंड के लिए 404 करोड़ 85 लाख 82 हजार 600 रुपए की योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया। इनमें 72 करोड़ 71 लाख 88 हजार 900 रुपए की लागत से निर्मित योजना का उद्घाटन तथा 332 करोड़ 13 लाख 93 हजार 700 रुपए की लागत से बनने वाली योजना का शिलान्यास शामिल है।
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि भाजपा का नारा खाएंगे न खाने देंगे, यह सरासर झूठा है। बल्कि हकीकत यह है कि भाजपा विकास करेंगे न करने देंगे की राजनीति करता है। भाजपा की सरकार न तो खुद विकास कर रही है और न ही दूसरी सरकार विकास करने दे रही है। आज यही कारण है कि झारखंड में हो रहे चौतरफा विकास से घबराकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को केंद्र सरकार ने झूठा आरोप लगा कर साजिश के तहत जेल भेज दिया है। भाजपा को इस बात का डर है कि अगर झारखंड में महागठबंधन की सरकार इसी तरीके से बेहतर कार्य करते रही तो आने वाले समय में भाजपा का यहां से सुपड़ा साफ हो जाएगा। राज्य गठन के बाद अधिकांश समय भाजपा का ही शासन रहा है। फिर भी राज्य की स्थिति पूरी तरह से बदतर बनी रही। पूर्व की सरकार ने हाथी उड़ाकर राज्य का खजाना खाली कर दी थी। पिछले 10 वर्षों तक गढ़वा विधानसभा क्षेत्र में छल-कपट, झूठ-फरेब का बोलबाला रहा। विधायक निधि की भी 40 करोड़ में से आज कहीं भी धरातल पर एक योजना मौजूद नहीं है। यहां तक कि विकास के नाम पर कहीं भी एक ईंट तक नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि विकास विरोधी लोग आज भी हर कदम पर विकास कार्यों का विरोध करते हैं। कहीं भी विकास कार्य जनता के बीच सिर्फ मसखरी करने से नहीं होता है। बल्कि विकास कार्य के लिए ईमानदारी पूर्वक प्रयास करना पड़ता है। विकास विरोधियों को आज अच्छी तरह से आंख धो कर देखना चाहिए कि विकास कार्य क्या होता है। गढ़वा की जनता बहुरूपियों को अच्छी तरह से पहचान चुकी है। समय आने पर ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगी।