कृषि विभाग गढ़वा द्वारा जिला स्तरीय कृषि मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन। Garhwa

गढ़वा से विकास कुमार की रिपोर्ट 

 कृषि विभाग गढ़वा द्वारा जिला स्तरीय कृषि मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन।
कृषि विभाग गढ़वा द्वारा गोविंद हाई स्कूल टाउन हॉल के मैदान में आयोजित जिला स्तरीय कृषि मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का उपायुक्त शेखर जमुआर ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम में काफी संख्या में किसानों ने कार्यक्रम मे भाग लिया। कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी शिवशंकर प्रसाद द्वारा स्वागत भाषण देते हुए मंच पर उपस्थित उपायुक्त समेत सभी जन प्रतिनिधियों, उप विकास आयुक्त राजेश कुमार राय समेत सभी पदाधिकारियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित किसानों भाइयों का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा कृषि मेला का आयोजन कर कृषकों को खेती से जुड़ी समस्याओं को दूर करना है, साथ ही किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या है तो उसे आप कृषि मेला में कृषि विशेषज्ञ के समक्ष साझा कर अपनी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। कृषि मेला का मुख्य उद्देश्य खेती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि पुरानी पीढ़ी के तकनीक को छोड़कर हमें आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। आज हम नई तकनीक की सहायता से अच्छी उपज कर अच्छी खेती से अपनी आय को बढ़ा सकते हैं।
मंच से संबोधित करते हुए उपायुक्त ने सभी कृषि भाइयों के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि किसान मेला या किसान गोष्ठी का मतलब आपसी तालमेल होना है। कृषि विभाग के सभी लोग आज यहां आपकी समस्याओं को दूर कर आपको अच्छी उपज की खेती करने के बारे में बेहतर जानकारी प्रदान करेंगे। यदि आपको खेती से जुड़ी कोई भी समस्या है तो उसे कृषि विशेषज्ञों के साथ साझा करें। कृषि के क्षेत्र में विकास कैसे हो, कृषक के आए में वृद्धि कैसी हो, इन सभी से जुड़ी विषयों पर आज हमारे कृषि विशेषज्ञों द्वारा आपको प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक किसानों को कृषि मेला का लाभ लेने का अपील किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कृषकों के हित में कई योजनाएं संचालित है, जिसका लाभ लेकर वह अच्छी खेती कर सकते हैं एवं अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। उन्होंने हरियाणा एवं पंजाब जैसे राज्यों का उदाहरण देते हुए बताया कि झारखंड राज्य में भी निरंतर कृषकों द्वारा अच्छे उपज एवं उन्हें बढ़ावा देने को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कृषकों को अपनी मिट्टी की गुणवत्ता की जांच अवश्य करने का अपील किया, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता के अनुसार खेती की जा सके। साथ हीं ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने को कहा गया। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में समस्या है लेकिन हमें सशक्त होने की आवश्यकता है। हमें निरंतर समस्याओं को दूर करने का प्रयास करते रहना चाहिए। 15वीं वित्त के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य हो रहा है। खेती में पानी की समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि जल्द ही सोन कनहर पाइपलाइन योजना पूर्ण होने के पश्चात क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में पानी की उपलब्धता अच्छी होगी जिसका लाभ सीधा सीधा किसानों को मिलेगा वह खेती के लिए भी पानी का उपयोग कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सभी पंचायत भवनों में प्रज्ञा केंद्र की भी व्यवस्था की गई है जिससे आप सरकारी योजनाओं का लाभ लेने हेतु पंचायत स्तर से ही ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। कार्यक्रम में उपस्थित जन प्रतिनिधियों द्वारा भी एक एक कर कृषि मेला से जुड़े अपने मंतव्यों एवं सुझावों को रखा गया। कृषि मेला में कृषि, भूमि संरक्षण, सहकारिता, मत्स्य, पशुपालन स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों द्वारा एवं कृषि महाविद्यालय के छात्रों द्वारा भी स्टॉल लगाकर कृषकों को खेती एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। उपायुक्त ने एक-एक कर सभी स्टालों का निरीक्षण किया एवं प्रतिनियुक्ति पदाधिकारियों कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए। साथ हीं कृषि मेला में आयोजित कृषि प्रदर्शनी का भी उपायुक्त ने फीता काटकर शुभारंभ किया। कृषि प्रदर्शनी में क्षेत्र के किसानों द्वारा एक से बढ़कर एक उपजाए साग सब्जियां का प्रदर्शनी लगाया गया। जिसका उपायुक्त ने एक-एक कर निरीक्षण किया। साथ हीं प्रदर्शनी में अच्छा खेती करने वाले तीन किसान भाइयों को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त, जिला परिषद उपाध्यक्ष, जिला कृषि पदाधिकारी,  भूमि संरक्षण पदाधिकारी, परियोजना उप निदेशक (आत्मा) समेत काफी संख्या में कृषक एवं स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।

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