साकेत मिश्र की रिर्पोट
कांडी : प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ में अवस्थित सभी नौ मंदिरों, ब्रह्मलीन महर्षि श्याम दास बाबा की कुटिया सह समाधि, प्राचीन यज्ञ मंडप, नवीन यज्ञ शाला, कार्यालय भवन व इसके अहाता आदि की सफाई, मरम्मत व पेंटिंग का कार्य इन दिनों प्रगति पर है। इसकी जानकारी देते हुए समिति के कार्यकारी अध्यक्ष अरुण सिंह ने कहा कि पिछले छह सालों से ये सभी धार्मिक धरोहर उपेक्षित पड़े थे। मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के प्रभार लेते ही हजारों की संख्या में आम जनों ने एक ही गुहार लगाई कि सबसे पहले उपेक्षित पड़े इन धरोहरों पर ध्यान दिया जाए। फलस्वरूप 25 फरवरी 2024 से 24वें मानस महायज्ञ के आयोजन से पहले इन सबों की सफाई, मरम्मत व पेंटिंग का निर्णय लिया गया। इन दिनों गढ़वा के 15 पेंटरों की टीम पेंटिंग में जुटी है। इनके साथ साथ राजमिस्त्री भी टूट फूट की रिपेयरिंग करते चल रहे हैं। काम तेजी से जारी है। बावजूद इसके छह साल के कचरों की सफाई व रिपेयरिंग में समय लगेगा। इधर मंदिरों में प्रतिष्ठित बहुमूल्य प्रतिमाओं की हालत खराब है। प्रतिमाएं दीख नहीं रहीं। सब जगह सिंदूर लगाने से मूर्तियों की आंख व चेहरा तथा ग्लास कवर तक गंदा पड़ा है। प्रतिमाओं की सफाई व सुंदरीकरण के लिए बनारस स्थित मुर्ति कारखाने से ट्रेंड कारीगर आ रहे हैं। निकट भविष्य में सभी देवशक्तियों, उनके मंदिरों व अन्य निर्माणों की सुंदरता देखने लायक होगी।