विद्या कोचिंग सेंटर में सुभाष चंद्र बोस की मनाई गई जयंती
रिपोर्ट (बेलाल अंसारी) धुरकी
धुरकी प्रखंड के टाटीदीरी गांव में विद्या कोचिंग सेंटर के 13 वा स्थापना दिवस सह नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जी के 127 वी जयंती और पराक्रम दिवस मंगलवार को मनाया गया. कार्यक्रम के शुरुआत कोचिंग के निदेशक सह जेऐसऐलपीऐस धुरकी के बीआरपी विनोद प्रसाद गुप्ता के द्वारा नेता जी के तस्वीर पर फूल एवं माला चढाकर किया गया.
कार्यक्रम मे बिनोद ने नेता जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेता जी का जन्म ऊडिशा राज्य के कटक में 23 जनवरी 1897 ई० को हुई थी.उन के पिता के नाम जानकी नाथ बोश एवं माता का नाम प्रभावती देवी हैं. उनके पिता पेशे से वकील थे इसलिए नेता जी के पढ़ाई लिखाई अच्छी तरह से हुई. बचपन से ही नेता जी राष्ट्वादी सवभाव के थे.उन्होंने दर्शनशास्त्र में बीए की परीक्षा पास किया और और 1920 मे इंडियन सिविल सर्विस की परीक्षा में देश में चौथा स्थान हासिल किया और प्रशासनिक क्षेत्र में योगदान दिया. देश भक्ति , राष्ट्रवादी के भावना से प्रेरित, नेता जी ने देश को आजाद कराने के लिए नेता जी अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया.और देश को आजाद कराने के लिए आजादी के लडाई में कुद पड़े उनहोंने देश को आजाद कराने के लिए 1943ई० आजाद हिंद फौज के गठन किया और ऐक नारा दिया" तुम मुझे खुन दो " मै तुम्हें आजादी दूँगा. देश के आजादी मे नेता जी के योगदान बहुत ही महत्तापूण है. नेता जी के द्वारा किये हुए कार्य को देश कभी भी नहीं भुल सकता. आज उनके बताऐं हुए मार्ग पर चलने के आवश्यकता हैं. जिससे देश और समाज का विकाश हो सके.
उनके महत्व को समझते हुए जयंती के अवसर पर विद्यालय के छात्रों को शिक्षा के स्तर को बढाने के लिए 23 जनवरी 2011 को कोचिंग खोला ताकि छात्र छात्राएं उनके आदर्श को समझे और अपना तथा अपने माता पिता के नाम रौशन कर सके. कार्यक्रम में सभी छात्र छात्रा ओ के बीच पठन पाठन सामग्री के वितरण किया गया
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सोनू कुमार, राहुल कुमार, अजित कुमार, सपना कुमारी, रेशमी कुमारी आदि उपस्थित थे