डॉ राधा बाबू की पुण्यतिथि पर 23 यूनिट रक्तदान
रक्तदान के क्षेत्र में गढ़वा को झारखंड में पहले स्थान पर लाने की जरूरत : सिविल सर्जन
गढ़वा । डॉ राधा बाबू की पुण्यतिथि के अवसर पर एक सप्ताह तक चलाये जाने वाले जन कल्याणकारी कार्यक्रम के तहत तीसरे दिन गढ़वा स्थित ब्लड बैंक में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
इस दौरान ब्लड बैंक के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि यहां जो लोग भी रक्तदान के लिए आए हैं उन्हें विशेष रूप से शुभकामनाएं । डॉ राधा बाबू की पुण्यतिथि पर रक्तदान जैसा पुणित कार्य किया जा रहा है इससे बड़ी सच्ची श्रद्धांजलि उनके प्रति और क्या होगी । रक्तदान श्रेष्ठ कार्यों में से एक है । उन्होंने कहा कि सरकार के आदेशानुसार सभी सदर अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ब्लड उपलब्ध कराने की योजना है । इस तरह की सुविधा उपलब्ध हो जाने के बाद लोगों को रक्त उपलब्ध कराने में सहूलियत होगी । रक्तदान के क्षेत्र में गढ़वा जिला को पहले पायदान पर लाने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि वह गढ़वा सदर अस्पताल में डायलिसिस यूनिट को भी विकसित करने की भरपूर कोशिश करेंगे ।
रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव डॉक्टर जेपी सिंह ने कहा कि राधा बाबू की प्रेरणा से आज डॉक्टर पतंजलि केसरी रक्तदान जैसे पुणित कार्य को कर रहे हैं । इसमें हम सभी को अपेक्षित सहयोग करना चाहिए । हमें हमेशा इनके आग्रह पर इस तरह के जन कल्याणकारी कार्यक्रम में शामिल रहता हूं । आगे भी आवश्यकता अनुसार सहयोग करूंगा ।
डॉक्टर मुरली प्रसाद गुप्ता ने कहा कि डॉक्टर पतंजलि केसरी के रक्तदान के प्रति इस तरह के सराहनीय कार्य को आगे बढ़ाने में हमेशा सहयोग करते रहना है । डॉक्टर राधा बाबू मरीज को स्वस्थ करने के लिए अथक प्रयास करते थे । इसका उदाहरण मैं स्वयं हूं स्वास्थ्य के क्षेत्र में गढ़वा का अपेक्षित विकास हुआ है उन्होंने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि युवा वर्ग स्वास्थ्य के क्षेत्र में रुचि लें और आगे आये । हम लोग साथ रहेंगे और सहयोग के लिए हमेशा तैयार रहेंगे ।
आईएमए के सचिव डॉक्टर कुमार पंकज प्रभात ने कहा कि रक्तदान कर किसी की जान बचाने के बाद जो आत्मिक संतुष्टि मिलती है उसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है । रक्तदान शरीर द्वारा रक्त बनाने की प्रक्रिया को भी तेज कर देता है । रक्तदान की आदत कई प्रकार की क्रॉनिक बीमारियों की खतरे से भी बचा सकती है । जरूरी बात एक और यह कि रक्तदान से कमजोरी नहीं आती है । यह पूरी तरह सुरक्षित है ।
आर.पी. एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट के निदेशक डॉक्टर पतंजलि केसरी ने कहा कि ब्लड बैंक में पहली बार एक साल में एक हजार यूनिट रक्तदान किया जा चुका है । यह बहुत ही हर्ष की बात है । किसी भी व्यक्ति की ब्लड नहीं मिलने के कारण मृत्यु नहीं हो, इसके लिए रेडक्रॉस सोसाइटी दिन-रात कार्य कर रहा है । वर्तमान में रक्तदान के क्षेत्र में पूरे झारखंड प्रदेश में गढ़वा का दूसरा स्थान है । हमलोगों को यह कोशिश करना है कि पूरे झारखंड में गढ़वा का प्रथम स्थान आए । इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए हम सभी को आज से ही पुरजोर कोशिश शुरू कर देनी चाहिए ।
डॉ. रेयाज अहमद ने कहा कि रक्तदान से नई जिंदगी मिलती है । ब्लड की कमी से जूझ रहे लोगों को रक्तदान उपलब्ध कराना एक तरह से उन्हें नहीं जिंदगी देना है । उक्त के अलावा नीमा अध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार, सेवानिवृत शिक्षक डीपी सिंह, विनोद कमलापुरी, डॉक्टर संजय केसरी सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया । मंच का संचालन नंद कुमार गुप्ता ने किया ।
रक्तदान करने वालों में मोहम्मद शमीम, संगीता कुमारी, अब्दुल मन्नान, सुनील कुमार कुशवाहा, रत्नेश कुमार रंजन, साक्षी कुमारी, नूरे आलम, मिस्टर विजय, मोहम्मद इश्तियाक, जितेंद्र कुमार, मोहम्मद तौहीद रजा, मोहम्मद जावेद, सुधीर कुमार सिंह सहित अन्य लोगों के नाम शामिल है ।
इस अवसर पर दिव्य प्रकाश केशरी, श्याम नारायण पांडेय, अरविंद तिवारी, मो. इकराम, रविंद्र नाथ ठाकुर, अर्थव कुमार केसरी के अलावा ब्लड बैंक के मोटिवेटर प्रदीप कुमार, लैब टेक्नीशियन रामजी रवि, प्रदीप पासवान सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।