पीएमओ के निर्देश के बाद के 5 साल में भी ढबरिया दक्षिणी हरिजन टोला नहीं जुड़ सका प्रखंड से kandi

मात्र दलित बस्ती के कारण सड़क नहीं बनवा रहा प्रशासन : जिप सदस्य सुषमा

पीएमओ के निर्देश के बाद के 5 साल में भी ढबरिया दक्षिणी हरिजन टोला नहीं जुड़ सका प्रखंड से

बरसात में मरीज को चारपाई पर लिटा कंधे पर टांग कर मेन रोड तक जाते हैं लोग
           बदहाल सड़क दिखाते ग्रामीण। 

गढ़वा : मात्र दलित बस्ती होने के कारण एक गांव को अच्छी सड़क से नहीं जोड़ा जा रहा है। यह कहना है उस गांव की निवासी जिला परिषद सदस्य का। कांडी प्रखंड क्षेत्र के ढबरिया हरिजन टोला दशकों से एक अच्छी सड़क की बाट जोह रहा है। यहां के लोग वर्षों से अपनी बस्ती को प्रखंड मुख्यालय से अच्छी सड़क के द्वारा जोड़े जाने की मांग करते रहे हैं। वर्ष 2022 के पंचायत आम चुनाव में इसी गांव की निवासी सुषमा कुमारी पति दिनेश कुमार ने क्षेत्र संख्या चार कांडी उत्तरी से जिला परिषद सदस्य चुनी गई हैं। तभी से उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री, पलामू सांसद, विश्राम पुर क्षेत्र के स्थानीय विधायक, गढ़वा जिला के उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, अध्यक्ष जिला परिषद एवं कांडी के प्रखंड विकास पदाधिकारी से कई बार ढबरिया दक्षिणी हरिजन टोला से प्रखंड मुख्यालय कांडी तक बेहद जर्जर एवं बदहाल सड़क की जगह पीसीसी सड़क निर्माण की मांग की है। बावजूद इसके किसी ने कभी इस ओर देखना मुनासिब नहीं समझा। बार-बार की आरजू विनती के निष्फल हो जाने के बाद जिला परिषद सदस्य ने इस बाबत पीएमओ पीजी पोर्टल/2018 शिकायत संख्या 0053933 के माध्यम से लिखित फरियाद की। इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए पीएमओ ने गढ़वा जिला प्रशासन को मामले की जांच कराकर कृत कार्रवाई का प्रतिवेदन देने की निर्देश दिया। इस पर डीआरडीए गढ़वा ने इस मामले की जांच करवाने के बाद इसे सत्य पाया। डीआरडीए के पत्रांक 63 19 जनवरी 2019 के द्वारा संबंधित गांव में पीसीसी पथ का निर्माण करा कर मेन रोड से जोड़ने का बीडीओ कांडी को निर्देश दिया। लेकिन 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। कहा कि दलित बस्ती से नफरत करने वाले प्रशासन ने गरीब मजदूरों की मांग पर एक अदद सड़क का निर्माण कराए जाने की जहमत नहीं उठाई। इसका नतीजा है कि इस बस्ती के लोगों को इस जर्जर एवं बदहाल सड़क से होकर प्रखंड मुख्यालय आना-जाना पड़ता है। सबसे बड़ी विडंबना है कि इस बस्ती तक वाहनों का पहुंचना असंभव की सीमा तक कठिन है। जिसका नतीजा होता है कि बरसात के दिनों में यदि कोई मरीज गंभीर रूप से बीमार पड़ जाए और उस वक्त बारिश भी हो रही हो तो उसके परिजन दर्द से तड़पते मरीज के मौत की दुआ मांगते हैं। क्योंकि किसी भी तरह उसे बाहर ले जाने के लिए मुख्य सड़क तक जल्दी से नहीं पहुंचा जा सकता। इस हाल में जब उसकी तड़पन नहीं देखी जाती है तो परिजन कहते हैं कि या तो भगवान इसे उठा ले और नहीं तो इसे ठीक कर दे। सामान्य स्थिति में मरीज को चारपाई पर लिटा कर कंधे पर टांग कर करीब ढाई किलोमीटर दूर मेन रोड तक जाना पड़ता है। एक बार फिर से जिला परिषद सदस्य सुषमा कुमारी ने अपने पत्रांक 62/23 दिनाक 28 नवंबर 2023 के द्वारा उपायुक्त से ढबरिया दक्षिणी हरिजन बस्ती तक पीसीसी सड़क निर्माण की मांग की है। इस संबंध में जिप सदस्य सुषमा कुमारी, प्रतिनिधि दिनेश कुमार, पिंकू सिंह, दीपक कुमार, गौरव कुमार, कौशल कुमार, प्रिंस कुमार, अजय राम, दिलीप राम, लाखो देवी, फूलमती देवी, आशा देवी, शारदा देवी, ललिता देवी, फुलेश्वरी कुंवर, सुशीला देवी, विक्रमा राम, मुनीराम सहित कई लोगों ने भेदभाव से दूर हटकर इस दलित बस्ती को पीसीसी पथ से जोड़ने की गुहार लगाई है।

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