कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रा की मौत के मामले में जनप्रतिनिधियों व एसआइ ने उक्त विद्यालय में पहुंचकर जांच की। Kandi

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रा की मौत के मामले में जनप्रतिनिधियों व एसआइ ने उक्त विद्यालय में पहुंचकर जांच की।
साकेत मिश्रा की रिर्पोट 
कांडी(गढ़वा) : प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्रा की मौत के मामले में जनप्रतिनिधियों व एसआइ ने उक्त विद्यालय में पहुंचकर जांच की। इस दौरान कांडी एसआइ सुधीर कुमार दास, जिला परिषद सदस्य सुषमा कुमारी, कांडी मुखिया विजय राम, कांडी पंचायत समिति सदस्य ममता देवी, मुखिया संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष सह पतीला पंचायत के युवा मुखिया अमित कुमार दुबे व जिला परिषद प्रतिनिधि दिनेश कुमार, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अनुप कुमार ने भी उक्त विद्यालय में पहुंच कर छात्राओं से जानकारी हासिल की। नवीं कक्षा की छात्रा किरण कुमारी की मौत के मामले में वार्डन चंद्रावती सिंह ने जन प्रतिनिधियों से कहा की उन्हें उसकी बिमारी का सुबह 8 बजे पता चला। जबकि जनप्रतिनिधियों ने कहा की जब उसकी एक दिन पहले से तबियत खराब थी तो आपको 8 बजे कैसे पता चला, लेकिन वार्डन के द्वारा इसका कोई भी जवाब नहीं दिया गया। मौके पर ही एक अन्य छात्रा की मां आ गई, जिसने कहा की मेरी लड़की का पेट दर्द कर रहा है, लेकिन गार्ड वार्डन का नंबर नहीं दे रहा है। कहा की मेरे पास नंबर नहीं है। वार्डन ने कहा की उसके पास मेरा नम्बर है। इस प्रकार उक्त लड़की को मौके पर बुलाया गया, जिसने कहा की मैं पेट दर्द से कराह रही हुं, लेकिन मुझे छुट्टी नहीं दी जा रही है। जिला परिषद सदस्य सुषमा कुमारी, मुखिया विजय राम, अमित कुमार दुबे व अन्य ने कड़ी फटकार लगाई। मेन्यू के सम्बन्ध में पुछे जाने पर कहा गया की टेबल पर मेन्यू है, जो काफी पुराना था। साथ ही पढ़ा भी नहीं जा रहा था। कहा गया की मेन्यु व अधिकारी, जनप्रतिनिधि, थाना प्रभारी, डॉक्टर आदि का नम्बर दीवार पर लिखा होना चाहिए। वहीं छात्राओं ने बताया की वार्डन का व्यवहार हमलोंगो के साथ ठीक नहीं है। मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता है। यहां का पानी स्वच्छ नहीं है। तबियत खराब होने पर छुट्टी नहीं दी जाती है। वहीं उक्त जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय का औचक निरीक्षण किया, जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ था। सभी कमरों से बहुत तेज बदबू आ रही थी। बदबू इतनी तेज थी की जनप्रतिनिधियों को उल्टी हो गई। चारों ओर गन्दगी का का अंबार लगा हुआ था। वहीं छात्राओं ने कहा की यहां एक भी सफाई कर्मचारी नहीं हैं। देखा गया की सभी छात्राएं स्वयं अपने कमरों की सफाई कर रहीं थीं। जनप्रतिनिधियों ने वार्डन से भोजन का मेन्यू, प्रबंधन समिति व क्रय समिति की सूची, कब कब बैठक होती है, खरीददारी में क्रय समिति शामिल रहती है की नहीं, छात्रवृत्ति की स्थिती, कब तक किस किस मद की छात्रवृत्ति का भुगतान हुआ है। इसके साथ ही विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन किसकी उपस्थी व सहमति से किया गया सबकी सूची व अभिप्रमाणित कॉपी की प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विद्या सागर मेहता से मांग की गई। इसके साथ ही अनुसूचित जाति, अनुसुचीत जनजाति, अल्प संख्यक, पिछड़ी, अति पिछड़ी व सामान्य श्रेणी की छात्राओं की वर्ग वार सूची की मांग की गई है।

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