आई फ्लू होने पर लें चिकित्सकीय परामर्श : डॉ कुलदेव ayeflu

कस्तूरबा विद्यालय में हुआ 85 छात्राओं का स्वास्थ्य जांच
आई फ्लू होने पर लें चिकित्सकीय परामर्श : डॉ कुलदेव
रमकंडा : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, रमकंडा में 85 छात्राओं का स्वास्थ्य जांच किया गया। जिसमें अधिकतर आई फ्लू से पीड़ित बच्चे मिले। इसके अलावा सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द, सिर दर्द, चर्म रोग आदि की समस्या से भी ग्रस्त थे। आई फ्लू को कंजक्टिवाइटिस और पिंक आई के नाम से भी जाना जाता है। दूसरे शब्दों में इसे आंख आना भी कहते हैं। स्वास्थ्य जांच कर रहे चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि आई फ्लू एक तरह से आंखों का संक्रमण होता है। जिसमें आंख लाल होना, आंखों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं होती है। यह बीमारी संक्रमण के कारण होती है और यह संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकता है। आमतौर पर धूल, मिट्टी, गन्दगी की वजह से आंखों में एलर्जी होती है, जिसके कारण आई फ्लू जैसी बीमारियां फैलती है। यह बरसात के मौसम में ज्यादा होती है, क्योंकि इस मौसम में नमी, जलजमाव और गंदगी ज्यादा देखने को मिलती है और वातावरण में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आंखों के सफेद भाग का कंजक्टिवा में सूजन आ जाती है और आंखें लाल हो जाती है। आई फ्लू के मुख्य लक्षण में आंख लाल होना, आंख में दर्द होना, सूजन होना, आंखों से पानी आना, आंखों में खुजली की समस्या, आंखों से ज्यादा कीचड़ आना, सुबह नींद खुलने पर आंखों का चिपकना आदि होता है I डॉ चौधरी ने कहा कि आई फ्लू एक संक्रामक बीमारी है, इसके लक्षण दिखने पर आपको काउंटर से दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से परामर्श लें। ऐसे में डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक दवाएं और आई ड्रॉप देते हैं। साथ में जो गंभीर रूप से संक्रमित होते हैं, उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज कराना चाहिए। इस समस्या को कम करने के लिए आप हॉट और कोल्ड कंप्रेस उपयोग कर सकते हैं। घर से बाहर निकलते समय चश्मा जरूर पहनें। आंख धोने के लिए गुलाब जल का प्रयोग करें, इससे संक्रमण का खतरा कम होता है। गाजर और पालक दोनों आंखों को स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद होते हैं। आप गाजर को नियमित रूप से ज्यादा खाएं और पालक के जूस का सेवन कर सकते हैं। मेडिकल टीम में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुलदेव चौधरी, डॉ मो. इश्तेयाक, लैब टेक्नीशियन मंजुल अंसारी, बिपिन कुमार के साथ वार्डन कांति कुमारी, शिक्षिका सुमन अग्रवाल, धीरजमणि लकड़ा, नीलम सरोज लकड़ा, विनीता कच्छप, प्रियंका कुमारी, दीपशिखा टोप्पो, विद्यलय स्वास्थ्य मंत्री ऋषिका मिंज आदि उपस्थित थे।

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