साकेत मिश्र की रिर्पोट
कांडी : थाना क्षेत्र के भंडरिया गांव में एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंद दिया। एक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दूसरे ने अस्पताल के रास्ते में दम तोड़ दिया। गंभीर रूप से घायल एक युवक को सीएचसी मझिआंव से सदर अस्पताल गढ़वा व वहां से रांची रेफर कर दिया गया। यह घटना शुक्रवार देर शाम सात बजे बारिश के बीच की है। कांडी थाना को घटना के बाद तुरंत सूचना दी गई। इसके बाद आठ बजे पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दुर्घटना में मानदेव रजवार के 27 वर्षीय पुत्र चंदन रजवार एवं शंभू रजवार के 25 वर्षीय पुत्र अंकेश रजवार की मौत हो गई। वहीं दुखन रजवार के पुत्र उपेंद्र राजवार उर्फ़ फेंकू गंभीर रूप से घायल है। तीनों भंडरिया गांव के ही निवासी थे। ट्रैक्टर मझिआंव से सुंडीपुर की ओर जा रहा था। वहीं बाइक सवार सोहगाड़ा से घर यानि उत्तर से दक्षिण की ओर जा रहे थे। बजरंगबली मंदिर के निकट सामने से ट्रैक्टर ने इन्हें चपेट में ले लिया। उपेंद्र एवं चंदन को एक ही निजी वाहन से मझिआंव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल ले जाया गया। जहां पर उपस्थित डॉक्टर रजनीश कुमार सिंह के द्वारा चंदन कुमार को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं गंभीर रूप से घायल उपेंद्र रजवार को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए गढ़वा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां से उसकी नाजुक हालत को देखते हुए रांची रेफर कर दिया गया। जबकि ग्रामीणों के अनुसार अंकेश की मौत ले जाने में देर हो जाने के कारण हो गई। उसे घटना के एक घंटा से भी अधिक समय के बाद 108 एंबुलेंस नहीं मिलने पर प्राइवेट गाड़ी से ले जाया जा सका। जो 8:30 बजे के बाद सीएचसी अस्पताल मझिआंव पहुंचा। इस बीच उसकी मौत हो चुकी थी। सूत्रों की माने तो कांडी में एंबुलेंस था ही नहीं। मझिआंव का एंबुलेंस रांची गया हुआ था। जो लौटती में रास्ते में था। जबकि मोहम्मदगंज का भी एंबुलेंस खराब था। प्राइवेट ऑल्टो से अंकेश को भेजा गया। जबकि उपेंद्र एवं चंदन को एंबुलेंस के इंतजार के बाद प्राइवेट बोलेरो से ले जाया गया। इधर ग्रामीणों ने बताया कि 108 एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण घायल अंकेश को ले जाने में काफी विलम्ब हुआ। जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक चंदन रजवार पिता मानदेय रजवार के माता पिता दोनों की मौत हो चुकी है वह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़ा भाई राजन अजमेर एवं सनोज चेन्नई में मजदूरी करते हैं। चंदन की शादी नहीं हुई थी। वह ट्रैक्टर चला कर गुजारा करता था। मकान बनाने के लिए उसने ईट और एसबेस्टस ला कर रखा था। बालू लाने की जुगाड़ में घूम रहा था। मृतक अंकेश रजवार पिता शंभू रजवार की तीन वर्ष पूर्व शादी हुई थी। जिसे कोई बच्चा नहीं है। पत्नी राधिका पिता शंभू एवं माता कबूतरी देवी का रोते-रोते बुरा हाल हुआ है। मृतक दो भाई एवं एक बहन था। भाई प्रभात एवं बहन सीमा का भी रोते-रोते हालत खराब है। पिता शंभू रजवार मुंबई में रह कर मजदूरी करके बेटी के शादी में हुए कर्ज को भरने के जुगाड़ में लगे हुए हैं। शनिवार सुबह मझिआंव पुलिस ने सीएचसी मझिआंव से शवों को पोस्ट मार्टम के लिए सदर अस्पताल गढ़वा भेजा।