बालू लोड ट्रैक्टर के धक्के से बिजली का खंभा ध्वस्त, बाल बाल बचे पास में सो रहे लोग एवं मवेशी
फोटो : ट्रैक्टर के धक्के से ध्वस्त बिजली का खंभा।
साकेत मिश्र की रिर्पोट
कांडी : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की सख्त पाबंदी के बाद भी अवैध बालू का उत्खनन एवं ढुलाई कर रहे माफियाओं ने हद कर दी है। बीती रात अवैध बालू लेकर जा रहा ट्रैक्टर बेलहथ मुख्य सड़क पर बिजली के खंभे में जोरदार टक्कर मारी। जिससे बिजली का खंभा गिर गया। शुक्र है कि उस वक्त बिजली नहीं थी। अन्यथा उस जगह पास ही में कुछ लोग सो रहे थे। मालमवेशी को भी नुकसान हो सकता था। अब तो बालू माफियाओं के कारण रात में चलना भी मुश्किल हो गया है। इससे कब किसकी जान चली जाएगी कोई नहीं जानता। बालू माफियाओं के कारण कितनी जान जा चुकी है। यह बात हर कोई जानता है। पर बालु की चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही। रात को तेज रफ्तार में दर्जनों ट्रैक्टर चलने के कारण सड़क एवं आसपास के गांव में लोगों की रात को नींद हराम हो जाती है। तारीफ तो यह है कि इस बाबत प्रशासन से पूछे जाने पर अजीब सा कुतर्क दिया जाता है। कहा जाता है कि आप कैसे जान रहे हैं कि बालू लोड ट्रैक्टर ने ही मारा है। कुछ माह पहले नैनाबार में सड़क किनारे बंधी एक गाय को ट्रैक्टर ने कुचलकर मार डाला था। जबकि कई गाएं घायल हो गई थीं। इसी तरह पतिला गांव में पशुओं को खाना दे रहा सीताराम मेहता का भाई कुछ ईंच के लिए बाल-बाल बच गया। जबकि पशुओं का नाद ट्रैक्टर चढ़ जाने से टूट कर बर्बाद हो गया। इस तरह की कई घटनाएं घट चुकी हैं। प्रखंड क्षेत्र के खरौंधा पंचायत का एक चालक ट्रैक्टर दुर्घटना में ही गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसकी रांची में इलाज के दौरान मौत हो गई। अभी उसका श्राद्ध भी नहीं हुआ है। लोगों को घायल होने एवं मवेशियों के मारे जाने की कई घटनाएं इलाके में ट्रैक्टर से घट चुकी हैं। लेकिन मामला प्रकाश में आने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर बड़ा सा शून्य दिखाई पड़ता है।