विशुनपुरा
सरकार द्वारा अवैध बालू उत्खन्न बंद करने के बाद बालू डंपिंग से अवैध परिवहन करने पर अंचलाधिकारी निधी रजवार के जांच के बाद भी कोई कारवायी नही किया गया.
जानकारी के अनुसार पतिहारी के दर एवम जोगिराल गांव में नदी से अवैध बालू उठाव कर जगह जगह डंप किये गए हजारों सीएफटी बालू को बालू माफिया धड़ल्ले से बिक्री करने में लगे हुए है.
खबर छपने पर बालू परिवहन तीन दिन तक बंद रहते है उसके बाद बालू माफियाओ की उच्ची पहुच होने के कारण दूसरे प्रखंडों में बालू सफ्लाई जारी रहता है.
जिले के उपायुक्त द्वारा अवैध बालू परिवहन पर रोक लगाने के लिए गठित टास्क फोर्स अवैध डंप बालू से परिवहन को रोकने में नाकाम साबित हो रहे है.
वही बालू माफिया रातो रात बालू बेच कर मालामाल हो रहे है.
नियम को ताक पर रख कर बालू माफियाओ द्वारा अवैध बालू उठाव करने से बाकी नदी नाला में तब्दील हो गया है. नदी में सभी जगह भयावह कुआ का रूप ले लिया है. जो आये दिन एक बड़ी घटना को आमंत्रित कर रही है
बालू माफियाओ द्वारा बारिस से पहले ही नदी से बालू उत्खन्न कर जगह जगह हजारों सीएफटी बालू का भंडारण किया गया है. जो अब भंडारण बालू से बालू बिक्री करने में लगे हुए है.
बताया जाता है कि अवैध रूप से पतिहारी दर एवम जोगिराल खुर्द गांव में हजारों सीएफटी डंप बालू किये गए स्थल से प्रत्येक दिन बालू का उठाव कर बालू माफियाओ द्वारा प्रशासन के नाक के नीचे से दूसरे प्रखंडों में बिक्री किया जारहा है. जिसके कारण बालू माफिया मोटी कमाई करने में सफल हो रहे है. और मालामाल हो रहे है.
विशुनपुरा बाकी नदी से अवैध बालू उत्खन्न कर जगह जगह हजारों सीएफटी डंप किये गए स्थल से उठाव कर बंशीधर नगर एवम रमना में बड़े पैमाने पर बालू का सफ्लाई किया जारहा है. बालू माफियाओ द्वारा दूसरे थाना क्षेत्रों में बालू की बिक्री किये जाने पर प्रति ट्रेक्टर 5 हजार रु की मोटी कमाई होती है. इस कारण स्थानीय आवास लाभुकों को बालू नही मिलने के कारण आवास अधूरा पड़ा हुआ है. इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण बालू माफियाओ का मनोबल काफी बढ़ गया है.
वही बालू माफियाओ द्वारा काली कमाई करने में मनोबल इतना बढ़ गया है. कि दर एवम जोगिराल बाकी नदी के छठ एवम समसान घाटो से बालू का अवैध उत्खन्न कर भारी मात्रा में बालू डंप किया गया है.
मालूम हो कि अवैध रूप से बालू उत्खन्न एवम भंडारण पर रोक लगाने को लेकर जिले के उपायुक्त द्वारा एक टास्क फोर्स टीम का गठन किया गया है. इस टीम में एसडीओ, सीओ एवम थाना प्रभारी को रखा गया है. अवैध बालू के खिलाफ छापेमारी कर नदी से हो रही उत्खन्न एवम अवैध भंडारण पर रोक लगानी है. लेकिन अवैध भंडारण पर कोई कारवायी नही होने के कारण बालू माफिया अवैध बालू भंडारण से बालू का उठाव कर दूसरे प्रखंडों में महंगे दामो पर बेचने में लगे हुए है. बताया जाता है कि बालू माफियाओ का उच्ची पहुच होने के कारण कोई कारवायी नही होती है.
मालूम हो कि एक सप्ताह पूर्व पतिहारी मुखिया प्रतिनिधि मुन्ना अंसारी के द्वारा दर गांव में दर्जनों जगह हजारों सीएफटी डंप बालू को लेकर आवाज उठाई गई थी. लेकिन अवैध बालू डंप होने के बाद भी कोई कारवायी नही किया गया है.