जनता है परेशान आखिर कब लगेगी बालू माफियाओं पर लगाम balu

जनता है परेशान आखिर कब लगेगी बालू माफियाओं पर लगाम
साकेत मिश्र की रिर्पोट 
गढ़वा: जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न बालू घाटों में दिन के उजालों में भी बालू माफियाओं द्वारा बालू का तस्करी जारी है। जिसमें रानाडीह, सुंडीपुर सहित अन्य कई बालू के घाटों का नाम भी सामिल है। बालू माफियाओं की मनमानी इतनी बढ़ गई है। की रात तो रात दिन के उजालों में भी बालू का उत्खनन कर सैकड़ों ट्रैक्टर से अवैध रूप से बालू का ढुलाई कर बिक्री की जा रही है। जहां स्थानीय प्रशासन और पदाधिकारी का घोर लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। सड़क के किनारे अवस्थित ग्रामीणों का कहना है। कि रात्रि के समय बालू का अवैध ढुलाई कर रहे ट्रैक्टरों की आवाज से ग्रामीणों को रात्रि में सोना दुश्वार हो गया है ग्रामीण काफी परेशान हैं लोगों का कहना है। जिस तरह से अवैध रूप से बालू की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। जिससे यह स्पष्ट होता है। कि इसमें कहीं ना कहीं पदाधिकारियों की भी मिलीभगत है जिससे बालू माफियाओं के द्वारा बेखौफ होकर बालू का उत्खनन कर मनमानी दामों पर बेचा जा रहा है। जिससे आम पब्लिक को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है आम पब्लिक का कहना है। हम लोगों को यह ट्रैक्टर बालू के लिए 2500 रुपए तक चुकाना पड़ रहा है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण करने के लिए लोगों को बालू नहीं मिल पा रहा है। मिल भी रहा है। तो काफी महंगे दामों में जिससे लाभुकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताते चलें कि राज्य सरकार द्वारा बालू घाटों को नहीं चालू करने के वजह से गरीबों का चिंता काफी बढ़ गई है मजबूरी में बालू तस्करों से 2 गुना 3 गुना कीमत पर बालू खरीदना पड़ रहा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर गरीब व्यक्ति आवास का निर्माण करें तो कैसे यह एक चिंतनीय और गंभीर समस्या है। बालू माफियाओं में प्रशासन का तनिक भी वह नहीं रहा अवैध रूप से हो रहे बालू के बुलाई पर अब तक किसी भी पुलिस प्रशासन या पदाधिकारी का कदम आगे नहीं बढ़ा रात तो रात बालू माफियाओं के द्वारा बेखौफ होकर दिन के उजालों में भी बालू का तस्करी धड़ल्ले से किया जा रहा है एक और दो पदाधिकारी आवास का काम जल्द पूरा करने और ऐसा नहीं होने पर f.i.r. तक करने का दबाव बनाते हैं दूसरी ओर बालू माफियाओं से महंगे कीमत पर बालू खरीद कर लाभु घर बनाने पर मजबूर हैं लेकिन किसी भी पदाधिकारियों के द्वारा बालू माफियाओं पर शिकंजा कसने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा आश्चर्य तो इस बात को लेकर है। कि बालू की अवैध खनन व ढुलाई को लेकर खनन विभाग भी चुप्पी साधे बैठे है। जिसका फायदा उठाकर प्रशासन पदाधिकारी तथा बालू माफियाओं के द्वारा बड़े आराम से इसका फायदा उठाया जाता है। बताते चलें कि अवैध रूप से बालू का धुलाई कर रहे ट्रैक्टर के चालाक अधिकतर 18 साल से नीचे के बच्चे होते हैं जिनमें बालों को जल्दी से जल्दी मंजिल तक पहुंचाने की होड़ लगी रहती है। इस बीच अगर कभी कोई घटना दुर्घटना हो जाए तो उनको परवाह नहीं होती अब मामला यह है। कि इस तरह से अवैध रूप से हो रहे बालू की धुलाई पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। और माफियाओं के द्वारा अवैध रूप से बालू का तस्करी जारी है।

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