ग्राम पंचायतों को सक्षम बनाने हेतु पिरामल फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा प्रयास। piramal foundation

 ग्राम पंचायतों को सक्षम बनाने हेतु पिरामल फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा प्रयास।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत गढ़वा जिला में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण के नीति आयोग के इंडिकेटर में सुधार हेतु पिरामल फाउंडेशन द्वारा मझिआंव प्रखंड के पुरहे ग्राम पंचायत में सक्षम ग्राम पंचायत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन पिरामल के कामेश कुमार, दुर्गेश कुमार तिवारी और अभिनव कुमार के द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में पुरहे ग्राम पंचायत के मुखिया, उप मुखिया, सभी वार्ड सदस्य, पंचायत समिति, सहिया, सहिया साथी, सेविका, विद्यालय के प्रधानाध्यापक और ग्रामीण उपस्थित थे।*

*कार्यक्रम का संचालन करते हुए कामेश कुमार ने बताया कि पिरामल फाउंडेशन नीति आयोग के साथ मिलकर आकांक्षी जिला कार्यक्रम पर काम कर रही है। इसके तहत ही ग्राम पंचायतों को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण पर सशक्त करने के उद्देश्य से सक्षम ग्राम पंचायत कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। जिसके शुरुआती चरण में गढ़वा के 13 ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर सुदृढ़ीकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार को लेकर कामेश कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा गर्भवती एवं धात्री महिलाओं एवं नवजात शिशु को पोषक आहार प्रदान किया जाता है, जिसका नियमित वितरण आवश्यक है। इन्हें नियमित टीकाकरण प्रदान किया जाना अति आवश्यक है। ग्रामीणों से अपील करते हुए कामेश कुमार ने कहा कि वे सरकार द्वारा दी जा रही योजनाएं जैसे जननी सुरक्षा योजना,  बालिकाओं के लिए सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि छात्रवृत्ति योजना और आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य उपचार योजना का पूर्ण लाभ लेना सुनिश्चित करें। गांधी फेलो ने जिले के शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु सरकार द्वारा चलाये जा रहे निपुण भारत मिशन, गूगल इंडिया और भारत सरकार के द्वारा विकसित रीड अलोंग एप्प तथा पिरामल फाउंडेशन के द्वारा चलाये जा रहे बुनियादी शिक्षा अभियान के बारे में विस्तार से उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया। सरकार के इन प्रयासों में सभी ग्रामीणों की भूमिका के बारे में बताया। दुर्गेश तिवारी ने बताया कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए मोर्निंग असेंबली, लाइब्रेरी, बाल संसद, शिक्षक अभिभावक मीटिंग और स्कूल प्रबंधन कमेटी का सुदृढ़ होना अति आवश्यक है। इस सुधार से जिले का साक्षरता दर में वृद्धि, बच्चो के लर्निंग आउटकम में प्रगति, लैंगिक समानता और छात्रों का विद्यालय छोड़ने का प्रतिशत भी कम होगा। गूगल एप्प रीड अलोंग एप के बारे में बताते हुए दुर्गेश तिवारी ने बताया कि इस एप के माध्यम से छोटे बच्चों का भाषायी क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया गया है। एप्प में मौजूद दिया नाम की अस्सिस्टेंट बच्चो को एक शिक्षक के रूप में गलतियों को सुधारने में मदद करेगी। जिससे बच्चे कहानियों के माध्यम से हिंदी व अंग्रेजी भाषा मे पकड़ बना सकते है। उन्होंने बताया कि अब समय आ गया है कि शिक्षा में नवीन तकनीकी व नवाचार अपनाया जाए। भारत सरकार के निपुण भारत मिशन के सफलता के लिए बुनियादी शिक्षा में सुधार हेतु रीड अलोंग एप्प बहुत सहायक सिद्ध हो रहा है। मुखिया शम्भू पासवान ने उपरोक्त सभी प्रयासों पर सहमति देते हुए सभी सदस्यों के समक्ष जीपीडीपी का प्लान शेयर किया तथा भविष्य में सभी के साथ समन्वय एवं भागीदारी स्थापित कर ग्राम पंचायत के विकास में योगदान देने की बात दुहराई 

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