माह ए रमजान रहमतों और बरकतों का महीना है:लालबाबू ramjan

माह ए रमजान रहमतों और बरकतों का महीना है:लालबाबू


श्री बंशीधर नगर:--- पवित्र रमजान में हर मुसलमान के लिए रोजा रखना अनिवार्य माना गया है। उक्त बातें झामुमो युवा नेता व समाजसेवी लालबाबू खान ने कही। उन्होंने कहा कि माह ए रमजान रहमतों और बरकतों का महीना है सच्चे मन से अल्लाह की इबादत करने वालों पर अल्लाह की रहमत होती है।उन्होंने कहा कि
रमजान के पहले अशरे में मुसलमानों को ज्यादा से ज्यादा दान कर के गरीबों की मदद करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि हर एक इंसान से प्यार और नरमी का व्यवहार करना चाहिए।यूं तो रमजान का पूरा महीना मोमिनों के लिए खुदा की तरफ से,रहमत और बरकतों बारिश होती है।उन्होंने कहा कि रोजे का मतलब होता हैं अपने आप को बुराइयों से बचाते हुए भलाई का अपनाना इंसान रोजा रखकर ऐसा बनने कोशिश करता हैं।
उन्होंने कहा कि रोजे के समय रोजेदार को कोई भी बुराई काम न ही करें। उन्होंने कहा कि पवित्र रमजान के महीने में अल्लाह अपने बंदों के लिए रहमतों के दरवाजे खोल देता है उनकी झोली भर देता है अल्लाह की एक अलग ही रहमत होती है। उन्होंने कहा कि रमजान महीने का रोजा कोई इंसान बिना किसी वाजिब वजह के छोड़ दे तो वह पूरी जिंदगी रोजा रख कर भी उसका जवाब नहीं पा सकता है।

Latest News

क्षेत्र भ्रमण के क्रम में अवैध उत्खनन के मामले मिलने पर एसडीओ ने जताई नाराजगी Garhwa