रमजान ना सिर्फ रहमतों और बरकतों का महीना है बल्कि समूची मानव जाति को प्रेम भाईचारे और इंसानियत का भी संदेश देता है:आमीन खान
श्री बंशीधर नगर- पवित्र माह -ए- रमजान में रोजा अहम इबादत है रमजान अल्लाह ताला का महीना है उक्त बातें नगर उंटारी के प्रतिष्ठित व्यवसायी एवं समाजसेवी आमीन खान ने कही उन्होंने कहा कि रमजान के पूरे 30 दिन यानी ईद का चांद निकलने तक मुसलमानों को रोजा रखना होता है रोजा सभी मुसलमान महिलाएं पुरुष एवं नौजवान पर वाजिब है सिर्फ बच्चों एवं बीमार को छोड़कर।उन्होंने कहा कि रोजा का मतलब सिर्फ भूखे रहना ही नहीं बल्कि भूख प्यास के साथ पूरे जिस्म का भी रोजा रखना है मतलब की हर बुराई एवं गुनाह से दूर रहकर रखा गया रोजा अल्लाह कबूल करता हैं.उन्होंने कहा कि मुसलमानों पर रोजा इसलिए फर्ज है ताकि इस खास बरकत वाले रूहानी महीने में उनसे कोई गुनाह ना हो पाये.यह खुदाई असर का नतीजा है रमजान लगभग हर इस्लामी नजरियों से खुद को बदलता है और हर तरह से अल्लाह की रहमत पाने की कोशिश करते हैं.उन्होंने कहा कि खुद को खुदा की राह में समर्पित कर देने का प्रतीक पाक महीना माह -ए- रमजान ना सिर्फ रहमतों और बरकतों का महीना है बल्कि समूची मानव जाति को प्रेम भाईचारे और इंसानियत का भी संदेश देता है।