भगवान का अवतार भक्तों के लिये होता है: प्रिय सुमित्रा देवी
श्री बंशीधर नगर-चैत नवरात्र के अवसर पर चितविश्राम ग्राम में आयोजित श्री राम कथा के तीसरे दिन कथा वाचिका मानस प्रिया सुमित्रा देवी ने कहा कि भगवान का अवतार भक्तों के लिये होता है.
उन्होंने कहा कि माता पार्वती द्वारा भगवान शिव से यह पूछने पर की ईश्वर का अवतार धरती पर क्यों होता है।इस पर भगवान शिव ने कई तर्क दिये लेकिन अंततः उन्होंने कहा कि भगवान का अवतार भक्तों के उद्धार के लिये ही होता है भगवान राम का अवतार राक्षसों के बध के लिये नही,धर्म की रक्षा के लिये नहीं, ऋषि महर्षि की रक्षा के लिये नही बल्कि केवट और सबरी जैसे भक्तों की प्रतीक्षा को पूर्ण करने के लिये हुआ उन्होंने कहा कि केवट गंगा के तट पर भगवान के दर्शन के लिये बैठा था,अंततः भगवान राम उस केवट के लिए गंगा तट तक पहुंचे।उन्होंने कहा कि मतंग ऋषि द्वारा सबरी को यह कहना कि बिटिया तू इसी जगह बैठकर भगवान की प्रतीक्षा करो,भगवान तुम्हारे लिये जरूर आयेंगे अंततः भगवान को माता सबरी के लिये आना पड़ा।उन्होंने कहा कि भक्त प्रहलाद, ध्रुव,गज के लिये भगवान मानव रूप में ही नही अन्य रूपो में प्रकट हुये मानस प्रिया ने कहा कि बच्चों के संस्कार में माता की भूमिका अहम होती है बच्चों के संस्कार माता के गर्भ से ही विकसित होते हैं। उन्होंने कहा कि यदि माता पिता संस्कारवान,ज्ञानवान पुत्र या पुत्री की इच्छा रखते हो तो माताओं को गर्भ में पल रहे शिशु के लिये अपने विचार,संस्कार और परिवार के माहौल को सुंदर बनाना चाहिए.श्री राम कथा में कमलेश पांडेय,तेज प्रताप पांडेय,हरि पांडेय,दुनिया सिंह, अवध पांडेय,विजय ठाकुर,सुमेद साव,सुग्रीव पांडेय,विनोद कुमार,इंद्रमणि सेठ सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे।