डंडई से बिंदु कुमार की रिपोर्ट
डंडई संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के 646 वीं जयंती समारोह का आयोजन किया गया।
डंडई प्रखंड मुख्यालय के संत गुरु रविदास मंदिर परिसर में रविदास समाज के तत्वाधान में रविवार को संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के 646 वीं जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संत शिरोमणि रविदास महाराज, डॉ भीमराव अंबेडकर, भगवान गौतम बुद्ध के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। इसके पूर्व लोगों ने संत गुरु रविदास जयंती को लेकर अहले सुबह करीब 8 बजे से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा संत गुरु रविदास मंदिर परिसर से चलकर मुख्य बाजार होते देवी धाम से डंडई पुरानी बाजार होते रैदास मंदिर पहुंचा जहां मंदिर के पुजारी जयरामदास जी महाराज के द्वारा संत शिरोमणि रविदास के प्रतिमा पर विद्वत पूजा-अर्चना कराई गई। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए रघुराई राम ने कहा कि समाज में जब भी अन्याय व अत्याचार बड़ा है, उस समय संतो व महापुरुषों का जन्म हुआ और संतो व महापुरुषों ने समय-समय पर समाज को अच्छा रास्ते पर चलने का संदेश दिया। वहीं उन्होंने कहा कि संत रविदास का जन्म भक्ति काल में हुआ था। जिस समय समाज में जाति प्रथा का प्रचलन चरम पर था। उस समय उन्होंने जाती पाती ऊंच-नीच पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा था की जाती- पाती पूछे न कोई हरि के भजे से हरि के होई।वहीं उप प्रमुख प्रतिनिधि रामाशीष प्रसाद ने संत गुरु रविदास के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संत व महापुरुष किसी जाति व धर्म विशेष के नहीं होते उनकी विचार को समाज में उतारने की जरूरत है। संत रविदास ने अपना सारा जीवन समाज में फैले कुप्रथा को खत्म करने में लगा दिया।आज उनकी जीवनी से लोगों को सीख लेने की जरूरत है। वही अक्षय कुमार नेे कहांं की संत रविदास समाज में फैले असमानता को खत्म कर समतामूलक समाज बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। आज उनकी जीवनी को आत्मसात करने की जरूरत है। तभी समाज में सामाजिक परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज भी समाज में नशाखोरी, अशिक्षा व्याप्त है इसे हर- हाल में दूर करना होगा ताकि स्वच्छ समाज की कल्पना की जा सकती है।
कार्यक्रम को भाजपा नेता मिथिलेश प्रसाद, कांग्रेस नेता भोला राम, बसपा नेता देवनाथ राम, मुखिया धनवंती देवी, राजेंद्र प्रसाद मेहता, सुनील कुमार गौतम, रामकिशन ठाकुर, रामाधार मेहता सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महावीर राम व संचालन रामदेव राम ने किया। इस मौके पर मुंगालाल भारती, महेश्वर राम, आकाश कुमार, वीरेंद्र कुमार, विफनी देवी, कुसुमा देवी, रामनाथ राम, सकलदीप राम, बंगाली राम, ललन कुमार सुरेंद्र कुमार, दिलबर कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।