पंचांग पूजन मंडप प्रवेश व अरणी मंथन के साथ 23वां मानस महायज्ञ शुरू
प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष पि़कू पांडेय ने किया ज्ञान मंच का उद्घाटन
महामंडलेश्वर, शांडिल्य व अनंताचार्य ने श्री राम कथा व शिखा चतुर्वेदी ने भागवत कथा कही
कांडी : मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटनस्थल विकास समिति के तत्वावधान में आमजनों के द्वारा आयोजित मानस महायज्ञ का पंचांग पूजन, मंडप प्रवेश व अरणी मंथन के साथ शुभारंभ हो गया। इस दौरान यज्ञाचार्य पं श्याम बिहारी वैद्य के नेतृत्व में याज्ञिक पुरोहितों की टोली के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ समस्त कर्मकांड कराए गये। इस अवसर पर बिना माचिस व लाइटर के मंत्र शक्ति से अग्नि के प्राकट्य को देखने के लिए यज्ञ मंडप के निकट काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इसी के साथ पवित्र यज्ञशाला की परिक्रमा शुरू हो गई। इधर मानस आचार्य पं. सुवंश पाठक के नेतृत्व में वेदपाठी ब्राह्मणों की टोली के द्वारा श्री राम चरित मानस के प्रथम दिवस का पारायण पाठ किया गया। जबकि दोपहर में ज्ञान मंच का विधिवत उद्घाटन किया गया। सबसे पहले यज्ञाचार्य पं श्यामबिहारी वैद्य ने स्वस्ति वाचन किया। मंचस्थ ठाकुर जी व मानस के महाग्रंथ की पूजा की गयी। इसके बाद अयोध्या धाम से पधारे महामंडलेश्वर जी महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित कर व आज के मुख्य अतिथि कांडी के प्रखंड प्रमुख सह प्रमुख संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार पांडेय ऊर्फ पिंकू ने फीता काटकर ज्ञान मंच का उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटनस्थल विकास समिति के द्वारा सतबहिनी को शून्य से शिखर पर पहुंचाया गया है। लगातार 23 वर्षों से मानस महायज्ञ का आयोजन करके तमाम श्रद्धालुओं को सत्संग का दुर्लभ अवसर सुलभ कराते हैं। उन्होंने सबों से समिति के साथ सहयोग बनाए रखने का आह्वान किया। इसके बाद जीतेंद्र पाठक, महामंडलेश्वर जी महाराज के शिष्य दरिहट रोहतास निवासी बृजेश सिंह, मिथिलेश सिंह व धर्मपत्नी सरोज सिंह भाजपा महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष व माया कुंवर मंडरा ने व्यास पीठ व मंचस्थ व्यास की पूजा की। परंपरा के अनुरूप विगत एक साल के अंदर निधन होने से साथ छोड़ गए लोगों व तुर्की व सीरिया में आए भीषण भूकंप में मारे गए हजारों व्यक्तियों की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
इसके साथ ही ज्ञान मंच से प्रवचन के प्रथम सत्र की शुरुआत की गयी। प्रथम वक्ता के रुप में औरंगाबाद से आए अनंताचार्य स्वामी ने सत्संग की महिमा बताई। वहीं वृंदावन से पधारीं शिखा चतुर्वेदी ने श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा कही। जबकि देवरिया से पधारे क्रांतिकारी कथा वाचक पं. अखिलेशमणि शांडिल्य व महामंडलेश्वर जी महाराज ने श्रीराम कथा कही। पंडाल में मौजूद श्रद्धालु महिला पुरुषों ने पूर्ण मनोयोग से कथा सुनी। इधर मेला क्षेत्र में प्रसाद, मिठाई, होटल, सिंगार, खिलौने, सब्जी, नमकीन चाट, सोडा वाटर, पान, आइसक्रीम, जड़ी बुटी एवं एक्यूप्रेशर आदि की सैकड़ों दुकानें सजी हैं। जिनपर काफी संख्या में लोग खरीदारी कर रहे हैं।