गढ़वा। देश के अन्य भागों के साथ-साथ गढ़वा में भी भोले भाले वनवासियों को बहला-फुसलाकर एवं धमकी देकर उनका धर्म बदलने का खेल जारी है। यह घिनौना खेल अब सुदूर जंगलों तक सीमित नहीं रहा। बल्कि जिला मुख्यालय के करीब पहुंच गया है। इसी तरह के घिनौना खेल गढ़वा शहर थाना क्षेत्र के प्रतापपुर पंचायत के भैंसमरवा गांव के उरांव समाज के लोगों के साथ खेलने का प्रयास किया गया। ईसाई समुदाय के कुछ लोग गांव के भोले भाले उरांव जाति के लोगों को प्रलोभन देकर, धमकी देकर एवं बल प्रयोग कर ईसाई बनाने का प्रयास कर रहे थे। इसके लिए बजपते उनसे लिखित स्वघोषणा पत्र लिया जा रहा था। दुःसाहस ऐसी कि यह घिनौना खेल जिला मुख्यालय स्थित थाना के सामने हेड पोस्टऑफिस कैंपस में खेला जा रहा था। तभी इसकी जानकारी बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को मिली। अपने धर्म, संस्कृति और संस्कार को बचाने के लिए संकल्पित विहिप-बजरंग दल के कार्यकर्ता फौरन हेड पोस्ट ऑफिस पहुंच गए। वहां ईसाई समुदाय के लोग 40-50 की संख्या भोले भाले वनवासियों को ईसाई धर्म में शामिल करने की अंतिम प्रक्रिया पूर्ण कर रहे थे। बजरंग दल के कार्यकर्ता उन्हें थाना ले गये। डरे सहमे ग्रामीणों ने पुलिस के सामने अपनी व्यथा रखी और कहा कि ईसाई धर्म में शामिल नहीं होने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गयी थी। अपनी जान बचाने के लिए वे ईसाई धर्म में शामिल होने के लिए मजबूर हो गए थे। लेकिन थाना ने पहुंचने के बाद उन्हें अभिव्यक्ति की आजादी मिली और वे अपनी बातों को खुलकर रख पा रहे हैं। उसने बाद ग्रामीणों के आवेदन पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास करने वाले ईसाई समुदाय के लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
शुक्रवार को विहिप-बजरंग दल के कार्यकर्ता भैंस मरवा गांव पहुंच कर उरांव समुदाय के लोगों से मुलाकात की। साथ ही ग्रामीणों के साथ बैठक की। बैठक में अपने पुरखों के धर्म को मजबूत बनाने एवं उसकी रक्षा करने का संकल्प लिया गया। साथ ही गांव में एक सरना स्थल निर्माण का निर्णय लिया गया। जिसका निर्माण कार्य 15 जनवरी 2023 से प्रारम्भ किया जाएगा।
बैठक में उरांव समाज के लोगों और ग्रामीणों के साथ बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक पुष्परजन, बजरंग दल के नगर संयोजक करन चन्द्रवंशी, विहिप के ग्रामीण अध्यक्ष चन्दन स्वामी, पंचायत संयोजक पवन चौधरी, पंचायत अध्यक्ष अक्षय जी और पंचायत धर्म प्रचार प्रमुख रवि जी भी उपस्थित थे।