विज्ञान ने असंभव को संभव बनाया है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने जीवन को सरल,सहज एवं खुशहाल बनाया है।
जीएन कॉन्वेन्ट (10+2) स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम सम्पन्न
सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्थानीय जी.एन. कान्वेंट (+2) स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी सह पुरुष्कार वितरण समारोह हर्षोल्लास संपन्न हुआ । कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के निदेशक मदन प्रसाद केशरी , सचिव सुषमा केशरी एवं प्राचार्य बसंत ठाकुर के द्वारा सम्मलित रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया ।
छात्राओं द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति के पश्चात अपने संबोधन में निदेशक महोदय ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी जैसे अन्य विभिन्न कार्यक्रमों से बच्चों में सृजनात्मक सोच का विकास होता है । ज्ञान का विशिष्ट रूप ही विज्ञान है। समृद्ध ज्ञान एवं मनुष्य की सकारात्मक सोच ने वर्तमान युग को विज्ञान युग बना दिया है । विज्ञान की सहायता से मनुष्य ने अपना जीवन सरल और सुविधाजनक बना लिया है । एक और जहां विज्ञान के सदुपयोग से मानव कई समस्याओं को हल करने में सफल हुआ है, वहीं दूसरी और इसके दुरुपयोग से मानव ही नही बल्कि अन्य प्राणियों के लिए संकट खेड़ हो रहे हैं । विज्ञान से हमने यह सीखा कि विज्ञान आवश्यक है , इसका सदुपयोग तथा पर्यावरण हितैषी भी होना चाहिए।
वास्तव में विज्ञान प्रदर्शनी राष्ट्र और उसकी प्रगति के प्रति अपने कर्तव्य तथा समस्त जीव - कल्याण की भावना का बोध कराता है । विज्ञान प्रदर्शनी लगाने का मकसद यहीं होता है कि विद्यार्थी विज्ञान के प्रति जागरुक हों और विज्ञान को अपने विषय का सबसे महत्वपूर्ण विषय समझें। वर्तमान युग विज्ञान का युग है । प्रदर्शनी से बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित होती है । छिपी हुई प्रतिभा निखरती है । विज्ञान शोध , सोच और जिज्ञासा का विषय है । न्यूटन , मार्कोनी , आर्यभट्ट आदि वैज्ञानिकों ने इसी सोच के बल पर दुनिया को बहुत कुछ दिया । विज्ञान चमत्कार का दूसरा नाम है ,
इसका उपयोग विकास के लिए होना चाहिए, विनाश के लिए नही । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य ने कहा कि बच्चों को कल्पनाशील होना चाहिए। कल्पना नई खोज की ओर अग्रसर करता है । प्रदर्शनी के दौरान विद्यालय छात्र - छात्राओं द्वारा एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किये गए। चयनित छात्र - छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
ग्रुप - A : प्रथम - वीर प्रताप (वर्ग -2)
द्वितीय - शौर्य केशरी (वर्ग - 1)
तृतीय - नौशीन फात्मा (वर्ग - 2)
ग्रुप - B : प्रथम - कुणाल & ग्रुप
द्वितीय - रोहन & ग्रुप
तृतीय - सृष्टि & ग्रुप
ग्रुप।- C प्रथम - दिव्यांशु & ग्रुप
द्वितीय - आयुष & ग्रुप
तृतीय - आयुष & ग्रुप
ग्रुप - D प्रथम - सूरज & ग्रुप
द्वितीय - आदर्श & ग्रुप
तृतीय - आयुषी & ग्रुप
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक विनय दूबे , उदय प्रकाश , खुर्शीद आलम , मुकेश भारती, नरेंद्र सिन्हा, संजीव कुमार, नीरा शर्मा , रिज़वाना शाहिन , सरिता दूबे , सुषमा तिवारी , शिवानी कुमारी , सुनीता कुमारी , संतोष प्रसाद आदि की भूमिका सरहानीय रही ।