श्री बंशीधर नगर :– इन दिनों ठंड जोरों पर है। 10 से 15 दिनों से सर्दी के प्रकोप से जहां सुबह व रात का पारा काफी नीचे आ गया है। वही सर्द हवाओं व कपकपा देने वाली ठंड का एहसास करा दिया है। जिसका ज्यादा असर नगर पंचायत प्रशासन पर दिख रहा है क्योंकि नगर पंचायत प्रशासन का अभी तक नींद से नहीं जगा है। बेसहारा लोगों को सर्दी से बचने के लिए अभी तक कहीं रेन बसेरा की व्यवस्था नहीं है, इसके अलावा शहर के प्रमुख चौराहों, सार्वजनिक स्थलों पर अलाव तक नहीं जले हैं। सर्दी शुरू होते ही गरीब बेसहारा लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी है। सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। जबकि नगर पंचायत प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष ठंड शुरू होते ही सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कराई जाती है। लेकिन इस वर्ष कड़ाके की ठंड पड़ने के बावजूद भी नगर पंचायत द्वारा अब तक न तो अलाव का व्यवस्था किया गया है और न ही कंबल का वितरण किया गया है। ऐसे में बेसहारों पर क्या असर पड़ता होगा समझा जा सकता है। वर्तमान में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रात का न्यूनतम तापमान गिरते जा रहा है। ऐसे में बेघर लोगों पर क्या प्रभाव पड़ता होगा, यह समझा जा सकता है। आपको बता दें कि नगर पंचायत द्वारा ठंड के मौसम में नगर के विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाती है इसमें मुख्य चौराहों गरीब बस्तियों अस्पताल बस स्टैंड रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर शासकीय अलाव जलाए जाते हैं। इसे अधिक से अधिक लोग इसका फायदा उठा सकें। लेकिन इस बार नगर पंचायत द्वारा कोई व्यवस्था नहीं किया गया है जिससे फुटपाथ, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन में अपना स्थाई घर बसाया लोगों पर ठंड आफत बनकर टूट रही है। इनमें कई महिलाएं एवं वृद्ध भी हैं। नगर उंटारी रेलवे स्टेशन पर दूर दरार से यात्री रात्रि में ट्रेन पकड़ने के लिए आते हैं जिन्हें ठंड से ठिठुरते देखे जा रहे हैं। वही सार्वजनिक जगह पर बेघर लोगों को सोते हुए या ठंड से ठिठुरते हुए देखा जा सकता है। ऐसे में लोग स्वयं कहीं पैरा या लकड़ी टायर बांस बल्ली या कूड़ा करकट से अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं।कूड़ा करकट जलाने को मजबूर,नगर प्रशासन बेपरवाह: स्थानीय
स्थानीय ईश्वरी प्रसाद, विनोद साव आदि लोगों का कहना है कि नगर पंचायत द्वारा नगर पंचायत क्षेत्र में अलाव जलाने के लिए कहीं भी लकड़ियों का इंतजाम नहीं किया गया है, इस कारण लोग अपने स्तर पर कूड़ा करकट बिनकर अलाव जलाकर सर्दी से बचने का जतन कर रहे हैं। इसमें लोग प्लास्टिक तक जला रहे हैं। जो पर्यावरण से जहरीला धुआं छोड़ रही है। लोगों ने बताया कि दिसंबर और जनवरी में ही कड़ाके की ठंड पड़ती है,लेकिन अलाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है। बाजार में आने वाले राहगीरों और खासकर गरीब लोगों को ठंड में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नगर पंचायत में इस वर्ष अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अपने खर्चे से लोग अलाव जलाने की व्यवस्था कर रहे हैं। ऐसे में नगर प्रशासन को अलाव की व्यवस्था करना चाहिए।