श्री बंशीधर नगर : वन विभाग की गाड़ी से लकड़ी की तस्करी कौन कर रहा है, यह सवाल यहां चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक वन विभाग नगर ऊंटारी की कैम्पर (पिकअप) गाड़ी से शनिवार की सुबह नगर ऊंटारी की ओर से गढ़वा की ओर चौखट की लकड़ी जाने से यह सवाल और गंभीर हो गया है कि आखिरकार वन विभाग की गाड़ी से किसकी लकड़ी जाती है? जबकि गाड़ी में फॉरेस्टर प्रमोद यादव स्वयं बैठे हुये थे। गाड़ी तेज रफ्तार में नगर ऊंटारी से रमना की ओर जा रही थी।
वन विभाग के फॉरेस्टर प्रमोद यादव कहते हैं कि लकड़ी दहेड़िया में पकड़ी गयी थी जिसे वे पनघटवा लेकर जा रहे थे।
हालांकि उनका जवाब विभाग को भले हजम हो जाये लेकिन आम आवाम को तो कत्तई हजम नहीं हो रहा है। क्योंकि दहेड़िया नगर ऊंटारी रेंज से मात्र पांच-छह किमी दूर है।
यदि दहेड़िया में लकड़ी पकड़ी जायेगी तो वह नगर ऊंटारी वन परिसर के बजाय उसके बगल से रमना होते हुये 25-30 किमी दूर पनघटवा क्यों ले जाया जायेगा।
मतलब साफ है कि हमेशा से मामले की लीपापोती में माहिर वन विभाग के कर्मी इस बार सरकारी गाड़ी से लकड़ी ढोते पकड़े जाने पर बचने के लिये सफेद झूठ का सहारा ले रहे हैं। जो गहन जांच का विषय है।
हालांकि पूर्व के अनुभव से स्पष्ट है कि जांच में भी वे पाक साफ बरी हो जाएंगे क्योंकि जो अपराधी हैं वही जांच अधिकारी भी हैं।
ऐसा नहीं होना चाहिये, अगर ऐसा हो रहा है तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी।
प्रमोद कुमार
रेंजर
वन क्षेत्र नगर ऊंटारी
गढ़वा