सावन के दूसरी सोमवारी को डंडई प्रखंड क्षेत्र के जरही गांव स्थित श्री संकट मोचन महामृत्युंजय मंदिर में श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा अर्चना कर रुद्राभिषेक किया । मंदिर में पूजा अर्चना को लेकर दिनभर श्रद्धालुओं की आना जाना लगा रहा। सभी श्रद्धालुओं का मंदिर के पंडित के द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना कराई गई।
पूजा अर्चना कारा रहे पुजारी ने बताया कि सावन में बहुत से भक्त मंदिर या घर पर रुद्राभिषेक करते हैं. यह भगवान शिव का प्रचंड रूप जिससे सभी बाधाओं और समस्याओं का नाश होता । सावन माह में भगवान शिव ही सृष्टि का संचालन करते हैं। इसलिए इस समय रुद्राभिषेक अधिक और तुरंत फलदायी होता । रुद्राभिषेक से सभी परेशानियां दूर होती हैं, परिवार में सुख- समृद्धि और शांति आती ।
वही मंदिर कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ राकेश रंजन ने बताया कि शिवपुराण के रुद्र संहिता में सावन मास में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव हर मनोकमना पूरी करते हैं। साथ ही इससे ग्रह जनित दोष और रोगों से भी मुक्ति मिलती है। सनातन धर्म में यह सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली पूजा मानी जाती है।