14 वें वित्त आयोग की राशि से निर्मित सोलर जलमीनार दो वर्षों से खराब पड़ी हुयी है jalminar

 विशुनपुरा - पिपरी पंचायत के ओढेया गांव में चौपाल के पास 14 वें वित्त आयोग की राशि से निर्मित सोलर जलमीनार दो वर्षों से खराब पड़ी हुयी है. खराब जलमीनार लोगों के लिए सफेद हाथी की दाट साबित हो रही है. इसके कारण लोगों को पीने के पानी के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

ग्रामीण रंजू देवी, चंद्रकांती देवी, तीजा देवी, सहोदरी कुँवर, धर्मेन्द्र पासवान, सीता पासवान, बिजय पासवान, संजय पासवान, अरविंद पासवान, विकास यादव, मुंद्रिका यादव, प्रदीप सिंह सहित कयी लोगों ने बताया कि पेयजल की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए 14 वें वित्त आयोग की राशि से लगभग चार वर्ष पहले जलमीनार लगवायी गयी थी. निर्माण के दो वर्ष बाद जनमिनार खराब हो गया. जनमिनार खराब हुये लगभग दो वर्ष बीत गया. लेकिन इसकी शुद्धि किसी ने नही ली. ग्रामीणों ने कहा कि जममिनार में स्टार्टर, नल, पाइप खराब होने के कारण पीने का पानी नही मिल पा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि जलमीनार के पास एक चापाकल भी है. लेकिन वह भी लगभग एक वर्ष से खराब पड़ा हुआ है. इनसभी समस्याओ को लेकर कयी बार जनप्रतिनिधियों के पास गुहार लगायी. लेकिन पंचायत प्रशासन या संबंधित विभाग इसकी शुद्ध नहीं ले रहा है. जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि चौपाल के पास पीने के पानी का एकमात्र साधन उक्त सोलर जलमीनार ही है. इसके खराब हो जाने से स्थानीय लोगो के साथ-साथ आने- जाने वाले राहगीरों को भी पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. जबकि उक्त जल मीनार से करीब बिस घर के लगभग सौ लोग पानी ले जाते थे. लेकिन जल मीनार खराब होने से लोगों को भारी फजीहत हो रही है. स्थानीय लोगों का आरोप है. कि जल मीनार लगाने में घोर अनियमितता बरती गयी है. अनियमितता का आलम यह है. कि निर्माण के बाद पाइप में लीकेज होना, नल में खराबी आ जाना और सोलर प्लेट का काम करना बंद कर देना, स्टार्टर खराब होना आदि समस्याएं उत्पन्न हो गयी थी. यहां तक कि जलमीनार स्थल पर योजना का बोर्ड तक नहीं लगाया गया है. जलमीनार के बगल में शोकपिट का निर्माण भी जैसे तैसे किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत सचिव से कयी बार इसकी शिकायत की गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि अधिक मुनाफा अर्जित करने के उद्देश्य से जलमीनार की गुणवत्ता के साथ समझौता किया गया है.

इस सम्बंध में पूछे जाने पर पंचायत सेवक जगदिश राम ने बताया कि फंड में अभी पैसा का कमी है. पैसा आने के बाद जांच कर जलमीनार की मरम्मत करवायी जाएगी.




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