सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के बैनर तले आम जनों की हुई बैठक kandi brajesh panday

 कांडी/गढ़वा : नव वर्ष के पहले दिन मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के बैनर तले आम जनों की बैठक की गई। श्री राम धाम अयोध्या के सिद्ध पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री प्रेम शंकर दास जी महाराज की कुटिया के प्रांगण में आयोजित बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष नरेश प्रसाद सिंह ने की। इस मौके पर सतबहिनी के मुक्ताकाश में महामंडलेश्वर जी महाराज के नेतृत्व में आम जनों के द्वारा 22वें मानस महायज्ञ के आयोजन को लेकर विचार विमर्श किया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि वर्ष 2001 से महायज्ञ के आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले यहां की व्यवस्था के मेरुदंड के रूप में घोषित मानस की  लोक शैली में विलक्षण  प्रस्तोता पंडित विनोद पाठक  सशरीर अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनकी आत्मा सतबहिनी में विद्यमान है। इसलिए महायज्ञ का आयोजन बढ़-चढ़कर किया जाना चाहिए। जिससे उनकी सूक्ष्म रूप में उपस्थित आत्मा को शांति मिले। लोगों ने इसके लिए सभी कोटि के सदस्यों के सदस्यता शुल्क एवं आम जनों के अंशदान में स्वेच्छा से वृद्धि किए जाने पर बल दिया। मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के सचिव ज्योतिर्विद पंडित मुरलीधर मिश्र ने जानकारी देते हुए कहा कि सतबहिनी विकास समिति के विशिष्ट मंच से इस वर्ष भी चार मूर्धन्य एवं प्रकांड विद्वानों द्वारा प्रवचन प्रस्तुत किया जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष के प्रवचन कर्ताओं में मानस के ओजस्वी वक्ता महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री प्रेम शंकर दास जी महाराज अयोध्या, पंडित अखिलेश मणि  शांडिल्य देवरिया, पंडित रामेश्वरानंद जी जौनपुर एवं शिखा चतुर्वेदी वृंदावन के नाम शामिल हैं। बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने कहा कि आम जनों के इस महायज्ञ में सभी लोग प्राणपण से मेहनत करेंगे। ताकि उत्तम सफलता के साथ यज्ञ संपन्न हो सके। वर्षों की स्थापित परंपरा के अनुरूप मानस महायज्ञ के आयोजन को लेकर अगली बैठक 14 जनवरी मकर संक्रांति के मौके पर होगी। इस बैठक में अधिक से अधिक संख्या में लोगों से भाग लेने की अपील की गई। इस मौके पर मौजूद लोगों ने एक दूसरे को नव वर्ष की बधाई भी दी। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष समाज सेवी नरेश प्रसाद सिंह, सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र, उपसचिव सुदर्शन तिवारी, रामजन्म पांडेय, शंभूनाथ सिंह, रमेश तिवारी, गोरखनाथ सिंह, सुदामा सिंह, ध्रुव कुमार पांडेय, नंदलाल दुबे, यश कुमार पांडेय, रघुनंदन राम, देवी दयाल राम,  दुदून उपाध्याय, प्रमोद उपाध्याय, उपेंद्र नाथ तिवारी, दिलीप कुमार पांडेय सहित कई लोग उपस्थित थे।




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