घघिया बंधी पुनरोद्धार के लिए पिछले चार दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे प्रधान
चिकित्सकों के मुताबिक ठंड और कमजोरी से हालत बिगड़ी
प्रधान के हालत गंभीर होने के बाद जगा स्वास्थ्य विभाग,अनशनकारियों का जाँच किया शुरू
विंढमगंज/ सोनभद्र| ब्लॉक क्षेत्र के फुलवार गांव में घघिया बंधी के पुनरोद्धार की मांग को लेकर धरना दे रहे फुलवार गांव के प्रधान दिनेश कुमार यादव आज दोपहर धरना स्थल पर चक्कर खाकर गिर पड़े ,सहयोगियों की मदद से प्रधान आनन फानन में सामुदायिक अस्पताल दुद्धी लाये गए जहां उपचार चल रहा ,चिकित्सक डॉ विनोद कुमार सिंह के मुताबिक उनकी हालत कमजोरी व ठंड के कारण बिगड़ी है| सूचना पर समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी उनकी हालत जानने सीएचसी अस्पताल पहुँचे और बांध का पुनरोद्धार ना किया जाना शासन प्रशासन का नाकामी बताया|
पिछले चार दिनों से घघिया बांध पर टेंट तंबू लगाकर सैकड़ो ग्रामीण बांध के पुनरोद्धार के लिए भूख हड़ताल पर बैठे है जिसकी अगुवाई ग्राम प्रधान कर रहे है और वे भूख हड़ताल पर बैठे है कि आज धरने के चौथे दिन धरना स्थल पर एकाएक चक्कर खाकर गिर पड़े और उनकी तबियत बिगड़ गयी ,दुद्धी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है| ग्राम प्रधान ने बताया कि पिछले 6 वर्ष पूर्व गांव के किसानों के सिंचाई का एक मात्र साधन घघिया बांध 6 वर्ष पूर्व भारी बारिश के कारण टूट गया था जिसके कारण गांव के सैकड़ो किसानों के खेत सिंचाई अभाव में पड़ती पड़ गए है किसान खाने खाने को मोहताज हो गए हैं|इस बंधी के पुनरोद्धार के लिए कई बार संबंधित अधिकारियों व लिखित व मौखिक तौर पर अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई | इस कारण थक हराकर हम ग्रामीणों को धरना देना पड़ रहा है ,पिछले चार दिनों ने हम ग्रामीण ठंड में 24 घंटे धरने पर बैठे है लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी हमारी सुधि लेने नहीं आया ,ग्राम प्रधान ने कहा कि बांध निर्माण के लिए हमारा अनशन जारी रहेगा | अस्पताल में उमेश कुमार ,योगेंद्र यादव ,ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पतरिहा बुन्देल चौबे ,कलामुद्दीन सिद्धकी ,ग़ौस मुहम्मद खान ,दीपक जौहरी ने ग्राम प्रधान हाल लिया और अनशन के समर्थन में हर संभव मदद का आश्वासन दिया|
बंधी डिवीजन का है घघिया बांध ,एनओसी मिल जाने पर मनरेगा से हो सकता है पुनरोद्धार
विंढमगंज/ सोनभद्र| ग्रामीणों ने बताया कि फुलवार का घघिया बांध बंधी डिवीजन के अंतर्गत आता है इसकी देख रेख का काम बंधी डिवीजन का है ,अगर बंधी डिवीजन पर इस बांध की मरम्मत हेतु ग्राम पंचायत को एनओसी दे दे तो इसका पुनरोद्धार मनरेगा से कराया जा सकता है ,लेकिन प्रसाशनिक उदासीनता के कारण इसकी एनओसी अभी तक नही ली जा सकी और ना ही जिले के आला अफसरों ने इस जायज मांग की तरफ अपनी नजरें डाली ,नतीजन आज सैकड़ो ग्रामीण इस ठंड में अनशन पर बैठे हैं|