कांडी /गढ़वा : कांडी प्रखंड के पत्रकारों ने झारखंड के पत्रकार बैजनाथ महतो के मौत के बाद मंगलवार को शोक सभा आयोजन किया गया।
प्रखंड मुख्यालय में आयोजित शोकसभा के दौरान 2 मिनट का मौन रखकर , मृतक पत्रकार बैजनाथ की मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।
शोकसभा में पत्रकारों ने घटना को हृदय विदारक बताते हुए कहा कि आज के दिन में पत्रकारिता करना बहुत बड़ा चैलेंज हैं।
चौथे स्तंभ के रुप में समाज का आईना बनकर पारदर्शिता रखना कभी-कभी काफी मुश्किल हो जाता है।
पत्रकारों पर लागातार हो रहे हमले सरकार की उदासीनता का सबसे बड़ा कारण है।
सरकार द्वारा पत्रकारों के लिए ना तो कोई संवैधानिक कानून बनाए जा रहे हैं और ना ही उनकी सुरक्षा के लिए कोई सरकार की ओर से गाईड लाइन जारी किया गया है।
बैजनाथ महतो सहित कई अन्य साथी अब तक अपराधियों के कोपभाजन का शिकार हो गए । रांची के कोकर क्षेत्र में विगत 10 वर्षों से बतौर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का काम कर रहे बैजनाथ महतो आम अवाम के बीच निष्पक्ष रूप से लोकप्रिय बन गए थे । अपनी लोकप्रियता के चलते वे बेझिझक कहीं भी समाचार का संकलन करने पहुंच जा रहे थे । उन्होंने कहा कि घटना के 2 माह पूर्व बैजनाथ अपनी उसी बेबाकी का परिचय देते हुए समाचार संकलन को लेकर 13 सितंबर की रात्रि समाचार संकलन करने तिरिल बस्ती पहुंच गए । वहीं से वापस लौटने के क्रम में आकाश उर्फ बेंगा के द्वारा उन पर लोहे की हथौड़ी से जानलेवा हमला कर दिया गया । जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
2 महीने तक जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे बैजनाथ ने रविवार रात्रि रिम्स में जिंदगी का जंग हार गए।
शोक सभा में स्थानीय पत्रकार उपेंद्र नारायण द्विवेदी, बिजय पांडेय,रामरंजन,अमरेंद्र पंडित, वरुण शर्मा,ब्रजेश पाण्डेय,विवेक चौबे व साकेत मिश्रा मौजूद रहे।