कांडी /गढ़वा : झारखंड सरकार के वित मंत्री रामेश्वर उरांव द्वारा सरकारी शिक्षकों के प्रति व्यक्त की गयी अपमानजनक टिप्पणी का अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर विरोध किया गया। मौजूद शिक्षकों ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के निर्णय के तहत सभी कोटि के सरकारी विद्यालयों को बंद रखा गया तथा विभाग के निर्णय के तहत ही वर्ग 9-12 के बच्चों के लिए विद्यालय खोला गया।विद्यालय बंद रहने के लिए तथा शिक्षण व्यवस्था में कमी के लिए सरकारी शिक्षकों कोे जिम्मेवार ठहराना उनकी ओछी सोच का परिचायक है। शिक्षकों ने यह भी बताया कि कोरोना के प्रथम चरण से लेकर द्वितीय चरण तक शिक्षकों ने मध्याह्न भोजन का चावल वितरण घर-घर जाकर किया ,मजदूरों को घर पहुंचाने में महती भूमिका निभायी, अस्पतालों में कोरोना वार्ड का चार्ज संभाला ,नाकों -चौराहों पर मजिस्ट्रेट का कार्य किया ,राशन दुकानों पर राशन वितरण कराने का कार्य किया , आनलाईन पढ़ाई कराया ,टोलों-मुहल्लों में कक्षा का संचालन किया लेकिन माननीय मंत्री शिक्षकों के प्रति इतनी दुर्भावना से ग्रसित हैं कि जान पर खेलकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले शिक्षकों को सरेआम अपमानित किया गया।उक्त सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ झारखंड प्रदेश के आह्वान पर 14 सितंबर दिन मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर पूरे प्रदेश के शिक्षक चट्टानी एकता एवं आपसी एकजुटता का परिचय देते हुए निरंकुश सता के अहंकारी मंत्री के घटिया बयान का पुरजोर विरोध किया है।