भाजयुमो गढ़वा जिलाध्यक्ष रीतेश चौबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हेमंत सरकार एवं गढ़वा विधायक सह मंत्री मिथलेश ठाकुर पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि झामुमो सरकार में बैठे मंत्री विधायक गढ़वा पलामू लातेहार चतरा सहित अन्य सभी जिलों में रह रहे हिन्दी मगही भोजपुरी अंगिका भाषी लोगों की आवाज को दबाने का साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से गढ़वा में युवाओं के आंदोलन को कुचलने का प्रयास हो रहा है यह लोकतंत्र के लिए घातक है गढ़वा में प्रशासन झामुमो के एजेंट के रूप में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पुतला दहन कार्यक्रम से पहले गढ़वा एसडीओ कार्यालय एवं थाना प्रभारी गढ़वा को कार्यक्रम का लिखीत सुचना दिया गया था। अगर कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी तो समय से पहले प्रशासन के द्वारा संगठन को इसकी जानकारी क्यों नहीं दिया गया। इस मामले से यह साबित होता है कि प्रशासन द्वारा गढ़वा के झामुमो विधायक के इसारे पर मनगढ़ंत कहानी बनाकर पुर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी सहित अन्य कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया है उन्होंने कहा कि गढ़वा विधायक सह मंत्री मिथलेश ठाकुर अपनी राजनीतिक जमीन खत्म होते देखकर घबरा गये है पुर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी के लोकप्रियता को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं इसलिए प्रशासन पर दबाव बनाकर हर समय फर्जी मुकदमा दर्ज करा कर लोकतंत्र को कलंकित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गढ़वा पलामू के युवा मुकदमा से डरने वाले नहीं हैं अब आन्दोलन और तेज होगा। झामुमो सरकार छात्र युवा विरोधी है यह सरकार छात्र युवाओं की नौकरी लुटने में लगी हुई है युवाओं के अधिकारों के लिए अगर फांसी पर भी चढ़ना होगा तो चढ़ेंगे लेकिन युवाओं के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। जबतक युवाओं को न्याय नहीं मिलेगा आन्दोलन जारी रहेगा।
पुर्व लोकसभा प्रत्याशी जवाहर पासवान ने कहा कि जिस तरह से पुर्व भाजपा विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी सहित अन्य कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है यह लोकतंत्र की हत्या है लोकतंत्र में जो अधिकार मिला है उसके तहत भाजपा कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे थे। और आन्दोलन की लिखीत सुचना भी प्रशासन को मिल चुकी थी उसके बावजुद भी आंदोलन दबाने की मंशा से झामुमो के विधायक सह मंत्री मिथलेश ठाकुर के इसारे पर फर्जी मुकदमा दायर किया है। भाजपा कार्यकर्ता हिंदी मगही भोजपुरी अंगिका भाषा को मान्यता दिलाने के लिए आन्दोलन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार ने गलत नीति बनाकर गढ़वा पलामू सहित पुरे झारखंड के युवाओं के साथ भीतरघात किया है झारखंड में हिंदी भाषा की पढ़ाई होती है और यहां के लोग हिंदी मगही भोजपुरी अंगिका भाषा समझते हैं लेकिन सरकार के इस दोषपूर्ण नीति से हिंदी मगही भोजपुरी अंगिका भाषा जानने वाले लोग अपने ही राज्य में नौकरी से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने झामुमो सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार झारखंड के युवाओं के साथ छल कर रही है जो नियोजन नियमावली बनाया है उसमें यह साफ कहा गया है कि जो बच्चे झारखंड से बाहर पढ़ाई किए हैं उनको झारखंड में नौकरी नहीं मिलेगी। और जो झारखंड में पढ़ाई किए हैं उनको नौकरी मिलेगी इस से तो यह स्पष्ट होता है कि झामुमो सरकार बाहर के लोगों को नौकरी देने में लगी हुई है झारखंड का मुल निवासी होते हुए भी झारखंड का युवा अपने राज्य में नौकरी नहीं कर सकता है उन्होंने कहा कि इस नियमावली से यहां के बच्चे नौकरी नहीं कर पाएंगे।
भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र विश्वकर्मा ने कहा कि झामुमो सरकार के मंत्री विधायक भीड़ लगाकर कार्यक्रम कर रहे हैं क्या उनपर प्रशासन मुकदमा दायर किया। गढ़वा विधायक सह मंत्री मिथलेश ठाकुर कुछ दिन पहले खुलेआम भीड़ लगाकर कार्यक्रम कर रहे थे उनके ऊपर प्रशासन मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया।
भाजयुमो जिला मंत्री संजय जायसवाल ने कहा कि झामुमो सरकार में दिन-रात बालु का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा है हर दिन बालु से लदा हुआ सैकड़ों गाड़ीयां राज्य से बाहर जा रहा रही उसे रोकने का ताकत प्रशासन के पास नहीं है यह सरकार युवाओं की आवाज को दबाने में लगी हुई है लेकिन युवा चुप नहीं बैठेंगे।