पांकी, होटाई पंचायत के ग्राम डेमा के ग्रामीणों द्वारा भू-माफिया के खिलाफ कर्पूरी चौक पांकी में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में पांकी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रहे एवं पांकी अनुमंडल संघर्ष समिति पलामू के संयोजक बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लाल सूरज ने कहा कि पांकी विधानसभा में आदिवासी एवं दलित समुदाय के साथ साथ किसी भी गरीब के जमीन को लुटने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि आदिवासी एवं दलित समुदाय के हक अधिकार के लिए आखरी सांस तक लड़ेंगे। उन्होंने ने कहा कि राजनीति मेरा पेशा नहीं है,अगर किसी को लगता है कि मैं राजनीति कर रहा हूं तो मेरा उद्देश्य है कि गरीब जनता पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जनता को एक जुट कर भू-माफिया तथा भ्रष्ट सरकारी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को सबक सिखाया जाए। जो पदाधिकारी को कमजोर एवं असहाय लोगों के पक्ष में कलम उठना चाहिए वे पदाधिकारी पैसे व ताकतवर लोगों के लिए पैसे लेकर गरीब के खिलाफ खड़ा है। लाल सूरज ने कहा कि पदाधिकारी सचेत हो जाएं पुलिस के भय दिखाकर जमीन लुटने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब जनता में प्रशासन के प्रति विश्वास होना चाहिए। परन्तु प्रशासन के रवैया देख कर जनता को भरोसा उठता चला जा रहा है। लाल सूरज ने कहा कि अंचल के लोगों को डेमा गांव में जा कर देखना चाहिए कि हकीकत क्या है। वर्षों से आदिवासी एवं दलित समुदाय के लोग घर बना कर रह रहे हैं तथा जमीन को मेहनत कर के उपजाऊ बनाया है। आदिवासी एवं दलित समुदाय के पास जमीन बंदोबस्त का पर्चा सरकार द्वारा दिया गया। यहां के आदिवासी एवं दलित रैयत है खतियान में नाम दर्ज है। फर्जी तरीके से जाल साजी कर केवाला करा कर अब बाहर से आकर भू-माफिया कहता है कि यह जमीन मेरा है। यह नहीं होने देंगे। चाहे इसके लिए जितना लड़ाई लड़ना पड़ेगा लड़ेंगे। लाल सूरज ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है बिना पैसे के सरकारी कार्यालयों में कागज को छुता तक नहीं है, तो आखिर गरीब का काम कहां से होगा। उन्होंने ने कहा कि झारखंड राज्य का स्थापना आदिवासी एवं दलित के साथ साथ गरीब जनता के लिए हुआ था। आज इन्हीं को सताया एवं डराया,लुटा जा रहा है। उन्होंने ने कहा कि अगर आदिवासी एवं दलित को दबाया जाएगा तो उस इलाके में महापंचायत लगाकर जनता को भू-माफिया भ्रष्ट लोगों के खिलाफ हक अधिकार के लिए एकत्रित कर संघर्ष करने के लिए तैयार किया जाएगा। पांकी अनुमंडल संघर्ष समिति पलामू के अध्यक्ष मो जमाल अंसारी ने कहा कि परिस्थिति जो भी आएगा लेकिन आदिवासी एवं दलित समुदाय के जमीन को लुटने नहीं दिया जाएगा। पांकी अनुमंडल संघर्ष समिति पलामू के महासचिव निरंजन कुमार यादव ने कहा कि इस इलाके में शांति व्यवस्था कायम था, परन्तु भू-माफिया से सांठ-गांठ कर पदाधिकारी शांति भंग कर रहें हैं। आदिवासी एवं दलित समुदाय के जमीन को लुटने नहीं दिया जाएगा। संघर्ष समिति के प्रवक्ता हाजी अकमल खान ने कहा कि भू-माफिया चाहे जो भी हो चाहे वह किसी धर्म समुदाय से हो उसे जमीन नहीं लुटने नहीं दिया जाएगा। कार्यक्रम को संघर्ष समिति के वरीय उपाध्यक्ष एकबाल अहमद, तुलसी प्रजापति,भीम शुक्ल,कन्हाई सिंह, मुन्ना,राजेन्द्र प्रसाद सिंह, बच्चू सिंह, सुरेन्द्र सिंह, कमख्या नारायण सिंह, भागलपुरी यादव, सिन्धु सिंह,अरबिन्द सिंह,राजेश उरांव,मरक्ष उरांव,राम किशुन भुईयां, सुनील भुईयां,गनेश भुईयां,बलेशर भुईयां, सुदामा भुईयां,शकुन भुईयां, तुलसी भुईयां,केशो भुईयां संगीता देवी,नानहु उंराव,मोहन उरांव,सरयु उरांव,विषुण देव उरांव,बुधन उरांव, बंधवा देवी, दरबारी सिंह, संजय सिंह, योगेन्द्र सिंह आदि ने कार्यक्रम को संबोधित किया। सभी लोगों ने कहा कि जबरदस्ती जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है जबकि यहां के हम सभी रैयत हैं, यहां पर सदियों से हमारे पुर्वज रह रहे थे, कभी भी हम लोग जमीन को नहीं छोड़े हैं न छोड़ेंगे चाहे हम लोगों को आत्म दाह हि क्यों न करना पड़े। ग्रामीणों ने कहा हम सभी लोग झारखंड के मुख्यमंत्री के पास जाएंगे और मुख्यमंत्री को बताएंगे कि हम लोग के साथ क्या-क्या अन्याय हो रहा है। कार्यक्रम के अध्यक्षता राजेश उंराव जबकि संचालन केश्वर भुईयां ने किया।इस अवसर पर हजारों लोग उपस्थित थे।